
जालना में सात शबी शबीना
जालना: हर साल की तरह इस साल भी मस्जिद दरगाह सैयद अहमद शेर सवार (राजा बाग शेर सवार) में रमजान माह के अवसर पर पढी जाने वाली तरावीह नमाज के दौरान ७ शबी शबीने का आयोजन किया गया है. ७ दिनों में संपूर्ण कुरान मुकम्मल रूप से पढ़ी जाएगी.
इस संदर्भ में जानकारी देते हुए मस्जिद और दरगाह के मुतवल्ली सैयद जमील मौलाना ने बताया की, हाफिज व कारी मौलाना नौशाद रजा (उस्ताद दारुल उलूम गुलशन ए कादरी अनवारे रजा) रोजाना तरावीह की नमाज में पांच पारों की तिलावत करेंगे. सातवी शब में कुरान को नमाज़े तरावीह में मुकम्मल किया जाएगा.
रमजान माह का चांद दिखाई देने पर ईशा की अजान ८.३० बजे और जमात ८.४५ को खडी होगी. वक्त की पाबंदी के साथ बड़ी संख्या में शिरकत करने और फैजाने रमजान व अनवारे कुरान से मालामाल होने की अपील जमील मौलाना ने की है.
उन्होंने कहा की ७ शबी शबीने के बाद भी पूरे रमजान माह में तरावीह की नमाज होगी. उन्होंने कहा की तरावीह की नमाज पढ़ना सुन्नत है. बाज लोग रमजान में एक बार कुरान पढ़ने के बाद तरावीह नमाज नहीं पढते है जो कि गलत है. उन्होंने कहा की तरावीह की नमाज हर मुसलमान को पढ़ना जरूरी है पुरे माह तरावीह की नमाज खुसूसियत के साथ अदा की जाए. इसी के साथ रमजान माह में कसरत से कुरान की तिलावत करें. उन्होंने कहा कि कुरान की तिलावत करने के साथ ही उसे तर्जुमे के साथ पढ़े या फिर उलमा के जरिए उसे समझने की कोशिश करें और उस पर अमल भी करें.
रोजे हर आकील (अक्ल वालों और बालीग)मुसलमान मर्द व औरत पर माहे रमजान के रोजे फर्ज है. उन्होंने कहा की मसाईले रोजा व नमाज सीख कर उसपर अमल करें.
* पार्किंग के लिए विशेष व्यवस्था
दरगाह में तरावीह की नमाज पढने के लिए बड़ी संख्या में लोग पहुंचते है. लोगों को परेशानी ना हो इस उद्देश्य से दरगाह परिसर के नदी किनारे वाले गेट के पास पार्किंग की व्यवस्था की गई है. सभी को वक्त की पाबंदी के साथ पहुंचने की अपील जमील मौलाना ने की है.
