तालीम की अहमियत समझे मुसलमान – गुलाम जिलानी
जालना: तालीम की इंसान के जीवन में उतनी ही अहमियत है जितना की जीवन जीने के लिए पानी की होती है. मुसलमानों को चाहिए की वे तालीम की अहमियत समझे. आज के इस दौरान में दीनी और स्कूली तालीम हासिल करने में मुसलमानों को किसी भी तरह की लापरवाही नहीं बरतनी चाहिए. आधी रोटी खाईए लेकिन बच्चों को पढाई ये.