तालीम और तरबियत दोनों का होना जरूरी – जमील मौलाना

* मकतबे अख्तर रजा में सालाना जलसा संपन्न

जालना: दीनी तालीम के साथ ही दुनियावी तालीम हासिल करना भी जरूरी है. इस्लाम में तालीम हासिल करने को सबसे अधिक महत्व दिया गया है. आज जो परेशानियों से समाज गुजर रहा है उसका कारण लोगों का दिनी तालीम से महरूम रहना ही है. परिवार के सदस्यों को चाहिए की वे भले आधी रोटी खाए लेकिन अपने बच्चों को बेहतरीन दीनी और दुनियावी तालीम देने की पूरी व्यवस्था करें.

यह प्रतिपादन रजा अकादमी के मराठवाड़ा अध्यक्ष सैय्यद जमील मौलाना ने किया. रविवार शाम को शेर सवार नगर स्थित मस्जिद कंजुल ईमान में चलाए जा रहे मकतबे अख्तर रजा के सालाना जलसे में किया. इस समय मकतब में पढने वाले ७२ विद्यार्थियों ने अपना तालीमी मुजाहिरा सभी के समक्ष प्रस्तुत कर अपने दिनी हुनर से सभी को रुबरु करवाया. 

इस समय जमील मौलाना के साथ ही मौलाना नौशाद रजा कादरी, मौलाना दिलावर हुसैन रिजवी, मुनव्वर खान लाला, मौलाना अल्लाह बख्श, मौलाना गुलाम नबी, मौलाना हारुन रिजवी आदि विशेष रूप से उपस्थित थे. 

जमील मौलाना ने कहा की, तालीम हासिल करना बहुत बड़ा मकसद होता है. लेकिन यह मकसद तभी हासिल हो सकता है जब तालीम के साथ बेहतरीन तरबियत भी दी जाए. कामयाब होने के लिए तालीम की हिस्सेदारी २५ प्रतिशत है जबकि तरबियत की हिस्सेदारी ७५ प्रतिशत होती है. इसलिए अभिभावकों और शिक्षकों को चाहिए की वे बच्चों की तरबियत पर भी विशेष ध्यान दे. तरबियत में अदब, तालीम, अखलाक और रोजमर्रा के मामले शामिल होते है. इन्सान कितना भी पढ़ लिख ले लेकिन यदि उसमें अदब और अच्छे अखलाक नहीं है तो इस तरह की तालीम ना तो उसे आखिरत में और ना ही दुनिया में भी किसी काम की है. 

इस समय मौलाना नौशाद रजा कादरी ने पैगंबर मुहम्मद (सअ) के इख्तियारात पर कुरान और हदीस की रोशनी में विस्तारपूर्वक जानकारी दी. 

फोटो: शेर सवार नगर स्थित मस्जिद कंजुल ईमान में चलाए जा रहे मकतबे अख्तर रजा का  सालाना जलसा रविवार को संपन्न हुआ. इस समय जमील मौलाना, मुनव्वर खान लाला. 

इस समय मकतब में पढ़ने वाले विद्यार्थियों ने तालीमी मुजाहिरा पेश किया. विद्यार्थियों को मेहमानों के हाथों इनामात से नवाजा गया. विद्यार्थियों का मार्गदर्शन हाफिज मुनव्वर रजवी, हाफिज फैजान रजा और हाफिज मुस्तकीम ने मार्गदर्शन किया. गौरतलब है की शेर सवार नगर के हर घर के लोग इस मकतब के लिए ताऊन देते है जिसकी वजह से मकतब में बच्चों को बेहतरीन दीनी तालीम उपलब्ध करवाई जा रही है. 

कार्यक्रम का सूत्रसंचालन हाफिज मो रेहान रजा ने किया. इस समय कमेटी के अध्यक्ष दादे खान, मुख्तार खान, नदीम रिजवी, शेख सगीर,अब्दुल रहमान, सलीम सिद्दीकी, शब्बीर कच्छी, अनवर कच्छी सहित पदाधिकारी और सदस्यों के साथ ही बडी संख्या में अभिभावक उपस्थित थे. इस समय महिलाओं की उपस्थिति भी उल्लेखनीय थी.