हज यात्रियों को भारत से ही सऊदी रियाल ले जाना होगा

जालना: इस साल बनाई गई नई हज नीति के तहत केंद्रीय अल्पसंख्यक मंत्रालय ने हज यात्रा में कई तरह के बदलाव किए है. इसी के तहत अब भारत से जाने वाले यात्रियों को पहले की तरह सऊदी अरब में २१०० रियाल नहीं मिलेंगे. बल्कि उन्हें भारत से ही कम से कम १५०० रियाल ले जाने होंगे. 

इस संदर्भ में केंद्रीय हज कमेटी द्वारा जारी किए गए सर्कुलर के बाद महाराष्ट्र राज्य हज कमेटी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी मोहम्मद इम्तियाज काजी ने भी राज्य के लिए जरुरी दिशा निर्देश जारी किए है.

जालना की खादीनान हुज्जाज हज कमेटी के अध्यक्ष अहमद बिन सईद चाऊस और राज मोहम्मद तबोली ने कहा की. हज यात्रा को लेकर यह एक बड़ा बदलाव है. क्योंकि इससे पहले हज यात्रियों को सऊदी अरब में परेशानी ना हो इस उद्देश्य से हज यात्रा का जो शुल्क लिया जाता था उसी में २१०० रियाल के लिए भी पैसे ले लिए जाते थे तथा यात्री जैसे ही सऊदी अरब पहुंचते थे उनके हाथ में वहां पर जरूरी खर्च के लिए २१०० रियाल दे दिए जाते थे. 

अब नई हज नीति के तहत अनुमान है की ५० हजार रुपए का कम खर्च होंगे. इसमें सबसे अहमद यही है की हज यात्रा के शुल्क में वहां खर्च के लिए दिए जाने वाले रियाल भरे हुए शुल्क में से नहीं मिलेंगे. बल्कि हज यात्रियों को भारत से ही करेंसी बदलकर यहीं से कम से कम १५०० रियाल अपने साथ ले जाने होंगे. जो लोग इससे ज्यादा रियाल ले जाना चाहते है उन्हें आरबीआय की जरूरी शर्तों और नियमों का पालन करना होगा. 

राज मोहम्मद तांबोली ने कहा की इस बारे में हज यात्रियों की जनजागृति होना जरुरी है क्योंकि अकसर हज यात्रियों की यही सोच रहती है की जो हज यात्रा का शुल्क होता है उसी में से रियाल दिए जाते है. लेकिन इस बार उसकी व्यवस्था नहीं रहेगी. भारत से ही रुपए को रियाल में बदल कर ले जाना होगा. 

अहमद बिन सईद चाऊस ने कहा की हज यात्रा की आवेदन प्रक्रिया चल रही है. उन्होंने नागरिकों से कहा की वे इस मुगालते में ना रहे की आवेदन की तारीफ बढ़ जाएगी. क्योंकि अगले माह से रमजान भी शुरू होंगे इसलिए तारीख बढ़ने की संभावना कम है. जो लोग हज यात्रा पर जाने चाहते है वे शीघ्र ही अपना फार्म भरे. इसके लिए खादीमीन हुज्जाज हज कमेटी के रेलवे स्टेशन रोड पर स्थित कार्यालय से संपर्क करें.