या लतिफु की फ़ज़ीलत

“या लतिफु ” यह वह इस्मे पाक हैं जिसके फायदे और बरकते बेपनाह हैं। एक हदीस हैं की एक मर्तबा एक बुज़ुर्ग बड़े परेशान और बदहाल थे। एक अजीब सा खौफ उनके दिमाग पर छाया हुआ था। उनके दिल में हर वक़्त एक खौफ सा रहता था। जिसकी वजह से उन्हें कभी आराम नहीं मिलता। उन बुज़ुर्ग ने एक दिन सोचा की हर दर्द की दवा हैं मुहम्मद के शहर में है तो फिर क्यों न मक्का मुअज़्ज़मा का सफर किया जाये। इससे हज का फ़र्ज़ भी अदा हो जायेगा और दरबारे रसूले पाक में हाज़री भी हो जाएगी और अपने मर्ज़ का इलाज भी हो जायेगा। लेकिन फिर वह सोचने लगे आखिर सफर करें तो कैसे? न सफर के खर्चे के लिए कोई पैसा है और न ही इतना खाने पीने का सामान जो पुरे सफर में चल जाये। लेकिन वह (बुज़ुर्ग) किसी भी हाल में वहां (मक्का मुअज़्ज़मा) जाना चाहते थे। उन्हें बस एक धुन सवार थी की मक्का मुअज़्ज़मा का सफर करना हैं। फिर क्या था उन्होंने खुदा का नाम लिया और चल पड़े मक्का मुअज़्ज़मा के सफर के लिए यह भी नहीं सोचा के आगे उनके साथ क्या होगा। कैसे बिना पैसे और खाने के सफर होगा।

ज़कात क्या हैं ?

कुरान मजीद में अल्लाह पाक ने 82 जगहों पर अपने बन्दों को ज़कात अदा करने की ताकीद फ़रमाई हैं। इतनी सख्त ताकीदो के बावजूद जो मुसलमान अपने माल की सालाना ज़कात अदा नहीं करते गोया वह 82 बार अपने रब की नाफरमानी करते हैं। शायद लोग यह सोच कर इतनी बड़ी नादानी करते हैं कि ज़कात देने से माल कम हो जाएगा यह उनकी बड़ी नादानी व भूल है ऐसा सोचना भी गुनाह है।

हज़रत ख्वाजा मोईनुद्दीन चिश्ती का इतिहास (ख्वाजा गरीब नवाज़) History of Hazrat Khwaja Moinuddin Chishti

हमारे ख्वाजा गरीब नवाज 14 रजब 536 हिजरी (1142 ईस्वी) को पीर (सोमवार) के दिन सिस्तान (ईरान देश का एक गांव) में पैदा हुए। कुछ विद्वान इनकी पैदाइश की तारीख और जन्म की जगह को अलग अलग बताते हैं। बहरहाल 9 साल की उम्र में आप हाफिज ए कुरान हो गए। ख्वाजा साहब की तालीम उनके घर पर ही हुई थी। विरासत में आपको एक छोटा सा बाग़ और एक पनचक्की मिली थी। हज़रत इब्राहिम कंदोजी से मुलाकात होने के बाद जब दिल की दुनिया बदली तो उसे बेच कर पैसा गरीबों में बांट दिया और खुद हक़ की तलाश में निकल पड़े।

जावेद अख़्तर का गीत: कभी यूँ भी तो हो… पूरे चाँद की रात हो और तुम आओ

जावेद अख़्तर का गीत: कभी यूँ भी तो हो… पूरे चाँद की रात हो और तुम आओ

कितना होगा Kisi Ka Bhai Kisi Ki Jaan का बॉक्स ऑफिस कलेक्शन? Shahrukh Khan ने दिया जवाब!

सुपरस्टार शाहरुख खान की फिल्म काफी धमाकेदार कमाई कर रही है और इस वक्त इसको लेकर फैंस काफी खुश हैं। लेकिन इस दौरान एक बार फिर से शाहरुख खान ने ASK SRK किया और कई सवालों मजेदार जवाब दिए थे।

हिंदी फिल्मों की टॉप गजलें…

पिछली सदी के क़रीब चौथे दशक में हिंदी फिल्मों के लिए पहली गज़ल रिकॉर्ड हुई। फिल्म ‘दुनिया न माने’में शांता आप्टे ने पहली ग़ज़ल गाई थीं। निर्माता-निर्देशक सोहराब मोदी की फिल्म ‘मिर्जा गालिब’ का फ़िल्म जगत में अहम स्थान है। इस फिल्म में ग़ज़लों के बादशाह तलत महमूद और गायिका सुरैया की गाईं ग़ज़लें काफ़ी पसंद की गईं।

कहां है भारत का पहला अंतरिक्ष यात्री राकेश शर्मा, कैसे बिता रहे जीवन, जानें

कहां है भारत का पहला अंतरिक्ष यात्री राकेश शर्मा, कैसे बिता रहे जीवन, जानें

मौत को कब्जे में करने वाला ये व्यक्ति आज है पूरी दुनिया के लिए मिसाल

ब्रंह्माड की गांठ खोलने वाले विश्व प्रसिद्ध ब्रितानी भौतिकी वैज्ञानिक स्टीफेन हॉकिंग मौत का सामना करते हुए 76 साल की आयु तक अपनी इच्छाशक्ति पर अमल करने वाले वर्ल्ड के महान वैज्ञानिकों में से एक कहे जाते है।

Getting to (K)now Silent Letters. What are Silent Letters?

The English language can be exasperating. For example, sometimes “y” is a vowel, sometimes it’s not. Cough, rough, and though all have very distinct pronunciations. Plus, there are hundreds of new words added to the dictionary every year. But among all the quirks the English language has, perhaps none is as baffling as silent letters.

टीचर ही हमें अच्छा इंसान बनाता ।

टीचर ही हमें अच्छा इंसान बनाता ।उचित-अनुचित की पहचान कराता ।।प्रणाम ह्रदय से करता है मेरा मन ।सत्य-निष्ठा का हमें…

Read More

टीचर ही हमें अच्छा इंसान बनाता ।

टीचर ही हमें अच्छा इंसान बनाता ।
उचित-अनुचित की पहचान कराता ।।
प्रणाम ह्रदय से करता है मेरा मन ।
सत्य-निष्ठा का हमें जो मार्ग दिखाता।।
ज्ञान के दीपक से अज्ञान मिटाता ।
स्वयं पर करना हमें विश्वास दिलाता ।।
कोई भी बदल हम दे नहीं सकते ।
अज्ञानी से जो हमें विद्वान बनाता ।।

डाॅ फौज़िया नसीम शाद

AR Rahman – शादी के लिए रहमान ने रखी थीं तीन शर्त, मां ने ऐसे ढूंढी लड़की

एआर रहमान आज अपना जन्मदिन मना रहे हैं। रहमान की लाइफ काफी उतार-चढ़ाव भरी रही है लेकिन उनकी लव लाइफ काफी दिलचस्प है। उन्होंने शादी के लिए अपनी मां से तीन शर्तों पर खरी उतरने वाली लड़की ढूंढने को कहा था।

Remembering Mukri Sahab on his birth anniversary ~(source Timeless Indian Melodies)

Born as Muhammad Umar Mukri in Uran, in Kokani Muslim Family. He started his film career with the film Pratima along with noted film actor Dilip Kumar in 1945. They were schoolmates together in the past. Subsequently, in a career spanning 50 years, he acted in over 600 films.



Share this:

Like this:

Like Loading...
%d bloggers like this:
Verified by MonsterInsights