
भाजपा किसी दिन से मुसलमानों को खुश करने लगे तो कोई हैरानी नहीं – मोहम्मद उमरैन रहमानी
* समान नागरिक कानून देश के हित में बिल्कुल नहीं
* मुसलमानों से ज्यादा दूसरे धर्म के लोग इसका कर रहे विरोध
इमरान सिद्दीकी
जालना: अपने हिंदू वोटरों को एकजुट करने के प्रयास में भाजपा द्वारा मुसलमानों को परेशान किया जाता रहा है. वास्तव में भाजपा मुसलमानों को परेशान नही करना चाहती है वो तो बस हिंदू वोटरों को एकजुट कर उन्हें खुश करने के लिए ऐसा करती है. समान नागरिक कानून को लाना भी इसी का हिस्सा था. लेकिन यह सरकार पर ही पलट कर उलटने लगा है. अब यदि सत्ता में बने रहने के लिए किसी दिन भाजपा मुसलमानों को खुश करने लगे तो इसमें कोई हैरानी वाली बात नही होगी. देश में जो भी चल रहा है वो मुसलमानों के खिलाफ नहीं बल्कि कुर्सी हासिल करने के लिए ही हो रहा है.
यह प्रतिपादन आॅल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के सचिव मोहम्मद उमरैन महफूज रहमानी ने किया. मंगलवार को जालना दौरे पर आए उमरैन रहमानी ने लोकमत समाचार के साथ विविध विषयों को लेकर खुलकर चर्चा की.
* मुसलमान से ज्यादा दूसरे धर्म के लोग कर रहे है विरोध
सरकार द्वारा समान नागरिक कानून लाने के पीछे का उद्देश्य यही था कि हिंदू वोटर में यह मैसेज जाए की मुसलमानों को परेशान करने में कोई कसर बाकी नहीं रखी जा रही है. लेकिन सच्चाई यह है कि इस कानून से देश का भला होना नही है. सरकार को उम्मीद थी कि मुसलमान इसके विरोध में सड़क पर उतर आएंगे लेकिन मुसलमानों ने समझदारी से काम लिया है और लोकतांत्रिक तरीके से इसके विरोध में लगे है. जबकि पंजाब राज्य के सिख लोग इस कानून का खुलकर विरोध कर रहे है. देश का आदिवासी समाज भी इसके विरोध में है. इस कानून को धर्म में हस्तक्षेप माना जा रहा है. पंजाब, कर्नाटक सहित देश के कई राज्यों ने पहले ही घोषणा कर दी है की ऐसे किसी भी कानून को उनके राज्य में लागू नहीं किया जाएगा.
* रिजर्वेशन भी खत्म करना पडेगा, जिसका विरोध पूरा देश करेंगा
उन्होंने कहा की यदि देश के सभी लोगों को एक ही कानून की नजर से देखने का रवैया होगा और लोगों की धार्मिक आजादी में हस्तक्षेप होगा तो ऐसे ऊलजलूल कानून कई खामियों से भरे होंगे. एससी, एसटी सहित अन्य समाज को जो आरक्षण मिलता है उन्हें भी फिर एक ही नजर से देखना पड़ेगा. जरुरत यहां तक पहुंचेगी की रिजर्वेशन ही रद्द हो जाए. ऐसा होने पर देश की जनता इसका जमकर विरोध करेंगी. इस तरह के कानून संविधान के खिलाफ ही होंगे.
* मुसलमान नाउम्मीद हुए बगैर अपनी जिम्मेदारी निभा रहे है
मुहम्मद उमरैन रहमानी ने कहा की देश के हालात खराब है लेकिन इसमें भी मुस्लिम समाज पूरी ईमानदारी से देश हित में ही कार्य कर रहा है. मुसलमान को बार बार यह बताने का प्रयास हो रहा है की वो संख्या में कम होने के कारण कुछ भी करने की स्थिति में नही है. लेकिन सच यह है की कोई भी समाज संख्या बल से नहीं बल्कि अपने अखलाक और अच्छे किरदार की वजह से बुलंदियों पर पहुंचता है. ऐसे माहौल में भी मुस्लिम समाज नाउम्मीद नही है. बल्कि देश में एकता बनाए रखने में मुसलमानों द्वारा हर स्तर पर पहल हो रही है जिसे पूरा देश देख और महसूस कर रहा है.
* सभी धर्म के लोगों को एकजुट होकर एकता का नारा लगाना होगा
मुहम्मद उमरैन रहमान ने अफसोस जताते हुए कहा की, यह देश सभी का है लेकिन इसकी एकता बनाए रखने के लिए मुसलमानों के अलावा अन्य समाज के लोग कम ही बोल रहे है. आज मुसलमानों को परेशान करने में कोई कसर बाकी नहीं रखी जा रही है. फिर भी यह समाज एकता और भाईचारे का जज्बा लेकर अपनी भूमिका को ईमानदारी से निभा रहा है. लेकिन यदि सभी धर्म के लोग एक साथ मिलकर देश के दौरे पर निकल पड़े और लोगों को एकजुट होकर देश विकास में आगे बढ़ने की अपील करें तो इसके ज्यादा अच्छे नतीजे देश हित में देखने को मिलेंगे. यह देश सभी का है सभी को मिलजुल कर एक साथ इसके विकास में काम करना ही होगा.
