अफ्तार मिलने पर शामियों ने सजदा शुक्र अदा किया और रो रो कर इमदाद करने वालों को दुआएं दी। – रज़ा एकैडमी

रज़ा एकैडमी और आल इंडिया सुन्नी जमीयतुल उल्मा ने शाम और तुर्की में आने वाले ज़लज़ला मुतास्सिरीन को इफ्तार तक्सीम करना शुरु किया है – अल्हाज़ मुहम्मद सईद नूरी

मुंबई प्रेस रिलीज़ सुन्नी जमीयतुल उल्मा और रज़ा एकैडमी ने शामी ज़लज़ला मुतास्सरीन के दरमियान सेहरी वा इफ्तारी का सामान पहुंचाने का सिलसिला शुरू कर दिया है और बाज़ इलाकों में कमयूनिटी किचन भी खोल दिया है यह भी बता दें कि शामी ज़लज़ला मुतास्सरीन ने अभी तक पानी वा खजूर से रोज़ा इफ्तार किया लेकिन जब हिंदुस्तान से रज़ा एकैडमी और सुन्नी जमीयतुल उल्मा ने इफ्तार का एहतेमाम कराया तो उनके माबेन बेहद खुशी नज़र आई।

उन्होंने दिल खोलकर इफ्तार किया और छोटे छोटे बच्चे बच्चियों और ख्वातीन ने खुशी का इज़हार करते हुए रब का शुक्र अदा किया और हिंदुस्तानी मुसलमानों के लिए खूब दुआएं की। उनके खेमों से यही आवाज़े आ रही थी कि जिन भाईयों ने हमारी मदद की और हमारी इफ्तार का इंतजाम किया अल्लाह उन्हें दारेन की नेमतों और बरकतों रहमतों से माला माल फरमाए।

ज़ाहिर सी बात है कि वह जिन मसायब वा आलाम के रास्ते से गुजर रहे हैं वह बयान से बाहर है तुर्किया वा सीरिया (शाम) जलजला मुतास्सिरीन बहुत ही बुरे दौर से गुज़र रहे हैं इनके पास खाने पीने और कपड़े का इंतजाम नही है ऐसी सूरत में इनकी मदद करना हम मुसलमानो का मजहबी फरीज़ा है
आप को याद होगा की फरवरी के महीने में हुज़ूर मोइनुल मशाएख हज़रत मौलाना सय्यद मोईनुद्दीन अशरफ अशरफी जीलानी किछौछा मोक़द्दसा सदर ऑल इंडिया सुन्नी जमीअतुल उलमा और रज़ा एकैडमी के बानी व सरबराह मुहाफ़िज़ ए नामूसे रिसालत असीरे मुफ़्ती ए आज़म अलहाज मोहम्मद सईद नूरी सहाब ने तुर्की व सीरिया तशरीफ़ ले गए थे

उन ज़लज़ला मुतास्सिरीन भाइयों की मदद की खातिर दोबारा रमज़ानुल मुबारक़ के महीने में तशरीफ़ ले जाने वाले हैं आप से गुजारिश है की आप अपने सदकात व खैरात ज़कात फितरा के जरिया उन जलजला मुतास्सिरीन की इमदाद करें