ताक रातों में होगी शबे कद्र की तलाश
जालना: रमजान माह बरकतों का महीना है इस महीने में इबादत करने वालों को अन्य महीनों की तुलना में कई गुना अधिक सवाब मिलता है. रमजान में भी अल्लाह तआला ने अपने बंदो के लिए एक ऐसी रात रखी है जिसमें की गई इबादत हजार महीनों से अफजल है. लेकिन इस रात को रमजान माह के आखिरी अशरे(आखरी १० दिनों) की ताक(विषम) रातों में तलाश करने का हुक्म पैगंबर मुहम्मद (स अ)ने किया है.