जैन समाज के लिए धार्मिक आनंद का पर्व – आनंद सुराणा
जालना: जैन धर्म में बेहद पवित्र माना जाने वाला चातुर्मास इस साल काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है क्योंकि इस बार ५ माह का चातुर्मास तो है ही उसी के साथ दुग्धशर्करा योग यानी जैन धर्म के 24वें तीर्थंकर भगवान महावीर स्वामी का 2550 वां निर्वाण वर्ष इस चातुर्मास में शुरू हो रहा है. यह निर्वाण वर्ष 12 नवंबर को शुरू हो रहा है, इसलिए यह चतुर्मास बहुत पवित्र माना जा रहा है. यह जानकारी जैन कॉन्फ्रेंस प्रचार- प्रसार मंत्री तथा श्री वर्धमान स्थानकवासी जैन श्रावक संघ जालना के पूर्व महामंत्री आनंद कुमार सुराणा ने दी.