प्लास्टिक का अत्यधिक उपयोग रोका नहीं गया तो आगामी पीढ़ी का भविष्य खतरे में – डॉ साबू * प्लास्टिक रिसाइक्लिंग में दुनिया का ब्रांड बन सकता है जालना- सुनिल रायठठ्ठा

जालना: दुनिया में हर साल 380 मिलियन टन प्लास्टिक का उत्पादन होता है. समुद्र समेत जल स्रोतों में परत दर परत प्लास्टिक जमा होता जा रहा है.  प्लास्टिक हजारों सालों तक सड़ता नहीं है.  प्लास्टिक के कारण जल और वायु प्रदूषण बढ़ रहा है. आज हम ग्लोबल वार्मिंग के प्रभाव को देख रहे हैं. ऐसे में आज का 40 से 47 डिग्री तापमान भविष्य में और बढ़ेगा. जिसे अगली पीढ़ी के सामने कई परेशानियां खड़ी होगी.  प्लास्टिक के अत्यधिक उपयोग को रोकने की अपील रोटरी के नियोजित प्रांतपाल डॉ सुरेश साबू ने की.