जैन समाज के लिए धार्मिक आनंद का पर्व – आनंद सुराणा

जालना:  जैन धर्म में  बेहद पवित्र माना जाने वाला चातुर्मास इस साल काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है क्योंकि इस बार ५ माह का चातुर्मास तो है ही उसी के साथ  दुग्धशर्करा योग यानी जैन धर्म के 24वें तीर्थंकर भगवान महावीर स्वामी का 2550 वां निर्वाण वर्ष इस चातुर्मास में शुरू हो रहा है. यह निर्वाण वर्ष 12 नवंबर को शुरू हो रहा है, इसलिए यह चतुर्मास बहुत पवित्र माना जा रहा है. यह जानकारी जैन कॉन्फ्रेंस प्रचार- प्रसार मंत्री तथा श्री वर्धमान स्थानकवासी जैन श्रावक संघ जालना के पूर्व महामंत्री  आनंद कुमार सुराणा ने दी.

जीवन को व्यवस्थित बनाने के लिए गुरु बनाना आवश्यक

जालना: शिल्पकार द्वारा बनाई गई मूर्ती तब तक पूजी नहीं जाती जब तक गुरु उसमें सूरीमंत्र द्वारा संस्कार नही भर देते. ठीक उसी तरह मनुष्य को भी अपने जीवन को सफल बनाने के लिए उसे संस्कारित और व्यवस्थित करना जरूरी है. यह कार्य केवल गुरु ही कर सकते है. यह प्रतिपादन बुधवार को जैन निर्यापक मुनि श्री वीरसागरजी महाराज ने किया. 

मिलिए उस शख्स से, जिसने मन की शांति के लिए छोड़ दिया 1 करोड़ का पैकेज

जालना: उपभोक्तावाद संस्कृति की चकाचौंध में जहां युवा लाखों और करोड़ों रुपये के पैकेज की ओर भाग रहे हैं। एशो-आराम और भौतिक वस्तुओं की चाह में रात-दिन एक किए हुए हैं। वहीं एक ऐसा भी युवा है, जिसने आत्म उत्थान और भारतीय संस्कृति की रक्षा के लिए एक करोड़ रुपये के पैकेज को पलभर में त्याग दिया।

दिगंबर जैन मंदिर में चौकड़ी ग्रुप का सत्कार

जालना: दिगंबर जैन समाज के  250 श्रावक-श्राविकाओं गुजरात राज्य के जूनागढ़ जिले में स्थित पवित्र तीर्थ स्थल गिरणारजी और पालीताणा यात्रा पर गए थे. यात्रा से लौटने पर सोमवार ९ जनवरी को सभी का दिगंबर जैन मंदिर में सत्कार किया गया.  



Share this:

Like this:

Like Loading...
%d bloggers like this:
Verified by MonsterInsights