महिलाओं के लिए स्वतंत्र पुलिस थाना बनाया जाए

जालना:  शनिवार को पुलिस दल द्वारा जनता संवाद कार्यक्रम का आयोजन छत्रपति संभाजीनगर परिक्षेत्र के विशेष पुलिस महानिरीक्षक डॉ ज्ञानेश्वर चव्हाण और पुलिस अधीक्षक तुषार दोषी की उपस्थिति में किया गया था. इस समय समाज सेविका एड अश्विनी धन्नावत ने महिलाओं के लिए विशेष पुलिस थाने और पुलिस चौकियों की स्थापना करने की मांग की. 

प्रशासन के गैर जिम्मेदाराना रवैये से नाराज मानवाधिकार आयोग

जालना: जालना शहर विशेषकर बाहर गांव से आने वाली महिलाओं और नागरिकों के लिए मुख्य बाजार में शौचालय नहीं होने से उनके मानवाधिकार का हनन होने का आरोप लगाकर एड अश्विनी महेश धन्नावत ने आयोग के समक्ष शिकायत की. इस पर पालिका, जिला प्रशासन और विभागीय आयुक्त ने आयोग को एक तरह से गुमराह करते हुए दूसरी संस्थाओं के शौचालयों को स्वयं का बताया, झुग्गी झोपड़पट्टी में झुग्गीवासियों के लिए बनाए गए शौचालयों की तस्वीरें दिखाई. लेकिन इन शौचालयों को दरवाजा नही, टुटियां नही पानी की व्यवस्था नहीं तथा इनका उपयोग बरसों से नही होने के कारण आयोग ने नाराजगी जतायी जिस पर विभागीय आयुक्त को सही रिपोर्ट देने के लिए समय मांगने की नौबत आन पडी. 

महिलाओं के लिए सार्वजनिक शौचालय का मुद्दा गहराया

जालना: जालना शहर में आने वाले नागरिकों विशेषकर महिलाओं के लिए बाजार सहित अन्य प्रमुख जगहों पर सार्वजनिक शौचालयों की सुविधा नहीं होने के कारण अब एक बार फिर जालना जिलाधिकारी को मुंबई में मानवाधिकार आयोग के समक्ष २४ अप्रैल को उपस्थित रहकर सफाई देनी होगी. इस मामले को शहर की समाज सेविका एड अश्विनी महेश धन्नावत ने मानवाधिकार आयोग के समक्ष पहुंचाया.



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