नाराज मुस्लिमों ने जिला वक्फ कार्यालय को लगाया ताला

* मूर्ती बेस को गैरकानूनी रूप से तोड़ने वालों पर दर्ज हो मामले

* इम्तियाज जलील ने बेस को नए से बनाने को लेकर वक्फ सीईओ को भेजा नक्शा

जालना: जालना शहर के ४०० साल के इतिहास के गवाह रहे काद्राबाद इस्टेट के मूर्ति बेस को परिसर के धन्नासेठों से मिलीभगत कर जालना नप प्रशासन और वक्फ अधिकारियों ने रात को इस तरह ढहा दिया. इस तरह चोर उचक्कों की तरह की गई कार्रवाई से शहर का मुस्लिम समाज नाराज है. आज सैकड़ों की संख्या में मुस्लिमों ने जिला वक्फ कार्यालय पर मोर्चा निकाला. लेकिन पिछले तीन दिन से गायब जिला वक्फ अधिकारी आज भी नदारद ही था. जिसके बाद अधिकारी की कुर्सी को फूल माला पहनाई गई तथा बोर्ड के जालना ऑफीस को ताला जड़ दिया गया. 
फोटो: वक्फ कार्यालय में जिला वक्फ अधिकारी की लगातार अनुपस्थिति तथा मूर्ति बेस मामले में लापरवाही कार्यप्रणाली के विरोध में उनकी कुर्सी को फूल माला पहनाई गई.

* धन्नासेठों को लाभ पहुंचाने के लिए शहर से मुसलमानों के इतिहास के साथ हुई छेडछाड

इस समय एमआयएम जालना जिलाध्यक्ष शेख माजेद ने नाराजगी भर सुर में कहा की जब मूर्ति बेस क्षतिग्रस्त हुआ था उस समय सांसद इम्तियाज जलील ने मुद्दे को गंभीरता से लेकर उसे दोबारा निर्माण के लिए महाराष्ट्र वक्फ बोर्ड सीईओ से बैठक कर उसे दोबारा बनाने के लिए राजी जालना नगर पालिका को एनओसी उपलब्ध करवाई थी. लेकिन नप को इसे बनाना ही नहीं था. यही वजह रही की नप और वक्फ बोर्ड के भ्रष्टाचारियों ने सिर्फ धन्नासेठों को लाभ पहुंचाने के लिए जालना शहर के बुलंद इतिहास के साथ छेडछाड की है. जो बर्दाश्त नहीं है. मूर्ति बेस को चोर उचक्कों की तरह रात में डहा ने की जरुरत नही थी. यदि बेस तोड़ने की कार्रवाई कानूनी दायरे में होती तो इसे दिनदहाड़े सभी को भरोसे में लेकर पूरा किया जाता. लेकिन रात में जो कुछ हुआ वो शहर के इतिहास प्रेमी नागरिकों के साथ एक तरह से धोखा है.

* तीन दिन से गायब वक्फ जिलाधिकारी

जालना में वक्फ की अरबों की संपत्ति है जिससे वसूला गया किराया कभी भी जालना पर खर्च नहीं होता है. जालना के लिए नियुक्त वक्फ अधिकारी भी जालना का नही है बल्कि दूसरे शहर से अप डाउन करता है. पिछले तीन दिनों से बेस के सिलसिले में विविध संगठनों वक्फ अधिकारी से मिलने को आतुर थे लेकिन वो कार्यालय से गायब ही रहे. आज मंगलवार को भी जब वो कार्यालय में दिखाई नहीं दिए तो नाराज नागरिकों ने कुर्सी को फूल माला पहना दी तथा कार्यालय को ताला लगा दिया.

* सप्ताह भर में बेस का काम शुरू नहीं हुआ तो जालना में एक भी निर्माण होने नहीं दिया जाएगा

एमआयएम जिलाध्यक्ष शेख माजेद ने इस समय चेतावनी दी तथा वक्फ को ज्ञापन भी सौंपा. जिसमें कहा गया है कि जिस जोरशोर और साजिश के तहत ऐतिहासिक धरोहर मूर्ति बेस को तोडा गया है उसी तत्परता और नियोजन के साथ सप्ताह भर में इसका निर्माण शुरू किया जाए. बेस बनाने के लिए वक्फ ने पहले ही नप को एनओसी दे दी है. बेस के निर्माण के लिए ५५ लाख की निधि भी मंजूर है. अब यदि बेस का निर्माण नहीं हुआ तो जालना शहर में वक्फ बोर्ड की संपत्ति पर जितने भी निर्माण हो रहे है उसे होने नहीं दिया जाएगा.

* निर्माण कार्य की जांच करने की मांग

फोटो: मूर्ति बेस को ढहाए जाने से नाराज लोगों ने मंगलवार को जिला वक्फ कार्यालय को ताला लगा दिया.

गौरतलब है की मूर्ति बेस नया जालना को पुराना जालना से जोड़ने के लिए शहर के सबसे महंगे इलाके काद्राबाद से होकर गुजरने वाले मार्ग पर था. यहां पर पिछले कुछ समय से बेस के अंदर और बाहर के इलाकों में बडे बडे निर्माण चल रहे है. नाराज मुस्लिम नागरिकों ने कहा कि जितने भी निर्माण वक्फ की संपत्ती पर हो रहे है उनकी इजाजत है या नहीं इसका खुलासा वक्फ बोर्ड करें तथा नगर पालिका इसकी जांच करें की पालिका ने जिस तरह के निर्माण की इजाजत दी है उसी तरह निर्माण हो रहा है या नही. यदि नही तो ऐसे अवैध निर्माण को तत्काल तोड दिया जाएगा.

* यातायात के लिए परेशानी बने सभी चौराहों के निर्माण तोड जाए

मूर्ति बेस जो की शहर की ऐतिहासिक धरोहर थी को केवल यातायात समस्या के नाम पर तोडा गया है. मुस्लिम नागरिकों का कहना रहा कि जालना शहर में ऐसे दर्जनों चौक है जहां पर चौक के सुशोभीकरण के नाम पर तथा गैरकानूनी रूप से भी निर्माण कार्य हुए है. ऐसे सभी चौराहों को भी खुला किया जाए.

* नप और जिला वक्फ अधिकारी पर एफआईआर दर्ज की जाए

वक्फ कार्यालय को ताला लगाने वाले नागरिकों ने कहा की मूर्ति बेस शहर की ऐतिहासिक धरोहर थी तथा ऐतिहासिक इमारतों को तोड़ने के लिए संबंधित सरकारी महकमों की इजाजत जरूरी होती है. मूर्ति बेस को पूरी तरह तोड़ने की इजाजत नहीं मिली थी. इसका चार फुट का निचला हिस्सा सुरक्षित रखने के साफ निर्देश थे. इसके उपर उसी तरह से बेस को दोबारा बनाया जाना था. लेकिन पालिका और जिला वक्फ अधिकारी ने धन्नासेठों को लाभ पहुंचाने बेस तोड दिया इसलिए इन लोगों पर देश की ऐतिहासिक धरोहरों को तोड़ने को लेकर एफआईआर दर्ज कर तत्काल गिरफ्तार किया जाए.

* सांसद इम्तियाज जलील ने महाराष्ट्र वक्फ बोर्ड सीईओ से की चर्चा

एमआयएम जिलाध्यक्ष शेख माजेद ने कहा कि इस मुद्दे को लेकर सांसद इम्तियाज जलील ने आज महाराष्ट्र वक्फ बोर्ड के सीईओ से चर्चा कर उन्हें नए से बनाए जाने वाले मूर्ति बेस के नक्शे भी दिए है तथा यह सक्त ताकीद दी है की बेस का निर्माण मंजूर नक्शे के अनुसार ही किया जाए.

* आंदोलन में १५० से अधिक नागरिक

जिला वक्फ कार्यालय को ताला लगाते समय १५० से अधिक लोग मौजूद थे जो विविध पार्टियों और संगठन का प्रतिनिधित्व कर रहे थे. इनमें एमआयएम जिलाध्यक्ष शेख माजेद, शिवसेना अल्पसंख्यांक मोर्चा के जिलाध्यक्ष शेख जावेद, वंचित मुस्लिम आघाडी के अफसर चौधरी के साथ ही एहतेशाम बुखारी, कदीर बिल्डर, जोएब अंसारी, सोहेल खान, अनवर मणियार आदि मौजूद थे.

फोटो: मूर्ति बेस को ढहाए जाने से नाराज लोगों ने मंगलवार को जिला वक्फ कार्यालय को ताला लगा दिया.