‘समृद्धि’ पर घिसे टायरों वाले वाहनों की नो एंट्री!

आरटीओ ने जिले में 464 वाहनों की जांच की, 35 वाहन आधे रास्ते से ही लौटा दिए गए.

जालना: जालना जिले से होते हुए समृद्धि हाईवे खुलने के बाद तेज रफ्तार वाहनों से हादसे भी बढ़ गए हैं. इस हाईवे पर हो रहे हादसों के चर्चा का विषय बनने के बाद उपक्षेत्रीय परिवहन विभाग ने बढ़ते हादसों को रोकने के लिए तेज रफ्तार वाहनों पर रोक लगाने का अभियान शुरू किया है. 10 से 19 अप्रैल तक समृद्धि हाईवे पर चलने वाले 464 वाहनों की चेकिंग की गई और हाईवे से पुराने टायरों वाले 35 वाहनों को वापस उतार दिया गया. उप क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी विजय कठोले ने बताया कि यह अभियान आगे भी जारी रहेगा.

समृद्धि हाईवे पर हादसों की बढ़ती संख्या को देखते हुए आरटीओ हाईवे पर आने वाले हर वाहन की चेकिंग के लिए विशेष अभियान चला रहा है. पिछले दस दिनों में ऐसे 35 वाहनों को हाईवे से वापस भेज दिया गया है.

पिछले कुछ दिनों से समृद्धि हाईवे पर हादसों की संख्या में इजाफा हुआ है. दिलचस्प बात यह सामने आई है कि वाहनों के चिकने टायरों के कारण दुर्घटनाएं अधिक हो रही है. घिसे टायरों के कारण तेज गति से वाहन चलाने से टायर फटने से दुर्घटनाएं हो रही हैं. इसलिए पुलिस ने पहले ही चिकनी टायर वाले वाहन में समृद्धि पर यात्रा न करने की सलाह दी है। हालांकि कई वाहन चालक घिसे-पिटे टायरों वाले वाहनों में सफर कर हादसों को न्यौता दे रहे हैं. ऐसे में अब आरटीओ ऐसे वाहनों के खिलाफ कार्रवाई कर रहा है. जालना आरटीओ कार्यालय द्वारा ऐसे वाहनों का विशेष निरीक्षण शुरू कर दिया गया है और पिछले दस दिनों में 464 वाहनों का निरीक्षण किया गया है. पुराने टायरों वाले 35 वाहनों को वापस भेज दिया गया है जबकि 41 वाहनों पर जुमार्ना लगाया गया है.

‘समृद्धि’ पर 41 वाहनों के खिलाफ कार्रवाई

समृद्धि हाईवे पर यात्रा के दौरान नियमों का पालन नहीं करने वालों पर कार्रवाई की जा रही है. हादसों की बढ़ती संख्या को रोकने के लिए समृद्धि हाईवे पर फिलहाल आरटीओ, रोड सेफ्टी टीम, हाईवे पुलिस विशेष नजर रख रही है. जालना जिले में आरटीओ कार्यालय द्वारा 21 लेन कटिंग, 5 नो पार्किंग, 7 नो सीट बेल्ट और 8 नो रिफ्लेक्टर जैसे कुल 41 पर कार्रवाई की गई है.

* इस संदर्भ में उप प्रादेशिक परिवहन अधिकारी विजय कठोले ने कहा कि, समृद्धि हाईवे पर वाहन चलाते समय गति सीमा का ध्यान रखना जरूरी है, टायर फटने से दुर्घटनाएं ज्यादा हो रही है. इसलिए मोटर चालकों में जागरूकता पैदा कर यह सलाह दी जाती है कि वे पुराने टायरों वाले वाहनों को समृद्धि राजमार्ग पर न लाएं. अगर इसके बावजूद भी ऐसे वाहन समृद्धी पर चढ जाते है तो उन्हें वापस उतार दिया जा रहा है.