
पानी के लिए एक बार फिर गोरंट्याल शुरू करेंगे आंदोलन
* २० अप्रैल से शुरू होगा आंदोलन का सिलसिला
* शहर के कई इलाकों में २० दिनों से पानी नही
* रमजान माह में लोगों को हो रही परेशानी
* प्रशासक और मुख्याधिकारी की लापरवाही का नतीजा
जालना: जालना शहर विशेषकर पुराना जालना के कई इलाकों में पिछले २० दिनों से पानी नही होने के कारण नागरिकों में हाहाकार की स्थिति है. रमजान माह खत्म होने को है फिर भी कई घरों में इस माह नलों का पानी अभी तक भी नहीं पहुंचा है. ऐसे में प्रशासक और मुख्याधिकारी की कार्यप्रणाली से नाराज विधायक कैलाश गोरंट्याल ने करीब एक दशक बाद एक बार फिर शहर की जनता के लिए सड़कों पर उतरकर आंदोलन करने का निर्णय लिया. २० अप्रैल को जिलाधिकारी कार्यालय के सामने धरना देकर आंदोलन का बिगुल फूंका जाएगा.
इस संदर्भ में विधायक कैलाश गोरंट्याल ने रविवार को संवाददाता सम्मेलन का आयोजन कर आंदोलन की रूपरेखा रखी. इस समय कांग्रेस शहराध्यक्ष शेख महमूद, गट नेता गणेश राऊत, महावीर ढक्का, रमेश गौरक्षक, राम सावंत, दीपक भुरेवाल उपस्थित थे.
* पानी भरपूर उपलब्ध, केवल नियोजनही कार्यप्रणाली से जनता प्यासी
विधायक कैलाश गोरंट्याल ने कहा कि पिछले डेढ़ साल से नगरपालिका पर प्रशासक है लेकिन आज भी जनता अपनी जरूरतों के लिए सीधे फोन कर उनसे संपर्क करती है. शहर में इन दिनों पीने के पानी और स्वच्छता का विषय विकराल हो चुका है. घाणेवाडी तालाब में भरपूर पानी है, जायकवाडी से चाहिए उतना पानी उपलब्ध है लेकिन केवल लापरवाही के कारण जनता को परेशान छोड़ा जा रहा है. जायकवाडी का लाइट बिल समय पर भरा नहीं गया, अंबड पर पानी के ७ करोड़ रुपए बकाया है उसे वसूला नहीं जा रहा है.
* वही यंत्रणा है फिर भी जनता बेहाल क्यों?
विधायक गोरंट्याल ने किसी का नाम लिए बगैर कहा कि जिन लोगों ने न प मुख्याधिकारी को खास तौर पर जालना लाने का कार्य किया है वो हर बात पर यही कहते है की अभी मुख्यमंत्री से फोन पर संपर्क करता है. क्रिकेट मैच का टॉस भी करना है तो मुख्यमंत्री से फोन करने वाले लोग अब कहां गए. जनता परेशान है उन्हें चाहिए अब लगाए मुख्यमंत्री को फोन तथा अंबड से ७ करोड़ की वसूली कर जायकवाडी बिजली और पानी का बिल भरा जाए. गोरंट्याल ने कहा की ५ साल तक जिस यंत्रणा और जिस उतपन्न के साधन से हमने समय पर बिजली बिल और पानी का बिल भरा था आज भी वहीं यंत्रणा है. लेकिन लापरवाह प्रशासन के कारण लोग प्यासे है.
* नांदेड समृद्धी महामार्ग में ५०० करोड़ से अधिक का घोटाला
इस समय पूछे गए सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि जिन लोगों ने जालना – नांदेड समृद्धी महामार्ग के भूसंपादन में गबन किया है उनसे इसकी जांच करवाने की अपेक्षा गलत है. गोरंट्याल ने कहा की इस घोटाले को लेकर ये बहोत जल्द सबूतों के साथ बड़ा खुलासा करेंगे. जालना से लगाकर परभणी तक जो भू संपादन हुए है उसमें किसानों से तीन साल पुराने बॉन्ड पर खरीद बिक्री दर्शाकर सरकार की तिजोरी खाली कर मलाई खाई जा रही है.
* तो मुख्याधिकार को होगी जेल
शहर से हो रहे कर वसूली के बावजूद जनता को सुविधा नहीं देने के संदर्भ में पूछे गए सवाल पर गोरंट्याल का कहना रहा की, कर वसूली में शिक्षा और वृक्ष सहित अग्निशमन आदि के भी करों की वसूली होती है जो समय पर संबंधित विभागों को देना पड़ता है. लेकिन जालना में जो भी पैसा जमा हो रहा है उसे मनचाहे तरीके से खर्च किया जा रहा है. मामले की जांच होगी तो संबंधित मुख्याधिकारी जिसके भी कार्यकाल में यह गोरखधंधे हुआ है उसको जेल जाना पक्का है.
* इससे पहले २०१३ के आंदोलन में रेल भी रोक दी गई थी

बता दे की विधायक कैलाश गोरंट्याल ने शहर की जलापूर्ति समस्या के निराकरण के लिए जायकवाडी से जालना तक पानी पहुंचाने के वास्ते अपनी ही कांग्रेस सरकार से वर्ष २०१३ में बगावत कर जालना में करीब सप्ताह भर तक आंदोलन किया था. उस समय न केवल जालना की सड़क जाम कर दी गई थी बल्कि सचखंड एक्सप्रेस जैसी लंबी दूरी की ट्रेन को भी रोका गया था. उसी आंदोलन के बाद पिछले १० साल से जालना में पानी के लिए कोई आंदोलन नहीं हुआ. लेकिन अब एक बार फिर जनता के लिए गोरंट्याल रास्ते पर उतरकर आंदोलन करेंगे.
फोटो: रविवार को संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए विधायक कैलाश गोरंट्याल, इस समय उपस्थित कांग्रेस शहर अध्यक्ष शेख महंमद, गणेश राऊत, महावीर ढक्का, रमेश गौरक्षक, दीपक भुरेवाल सहित अन्य.