
कुंडलिका, सीना पुनरुज्जीवन अभियान संवाद यात्रा को शहर में मिला प्रतिसाद
कुंडलिका, सीना पुनरुज्जीवन अभियान संवाद यात्रा को शहर में मिला प्रतिसाद
* पुलिस अधीक्षक डॉ अक्षय शिंदे के हाथों हुआ उद्घाटन
* तीन वर्ष से चल रहा है शहर में नदी संवर्धन का कार्य
जालना: स्वतंत्रता के अमृत महोत्सव के तहत राज्य की ७५ नदियों के पुनरुज्जीवन अभियान के तहत जालना में शनिवार को कुंडलिका और सीना नदी पुनरुज्जीवन अभियान संवाद यात्रा को जालना वासियों द्वारा भरपूर प्रतिसाद मिला. नदी को सुरक्षित रखने के लिए शहर के लोग पूरी तरह एकजुट नजर आए.
यात्रा का शुभारंभ पुराना जालना के गांधी चमन से किया गया. इस समय विविध क्षेत्रों के मान्यवर उपस्थित थे. इस समय पुलिस अधीक्षक डॉ अक्षय शिंदे के हाथों पूजन और आरती की गई. कार्यक्रम में उद्योजक रमेशभाई पटेल, उद्योजक घनश्यामसेठ गोयल, शिवरतन मुंदडा, सुनील रायठठ्ठा, उदय शिंदे, नितीन काबरा, कुंडलिका सीना रिजुवनेशन फाउंडेशन के अध्यक्ष व समस्त महाजन ट्रस्ट मुंबई की मराठवाडा प्रभारी नूतन देसाई प्रमुख रूप से उपस्थित थे.
यह संवाद यात्रा मंमादेवी मंदीर, सुभाष चौक, महावीर चौक, मामा चौक, वीर सावरकर चौक, नेहरू रोड काद्राबाद, मूर्तीबेस होते हुए नया जालना के छत्रपति शिवाजी महाराज प्रतिमा पर पहुंची.
* पिछले तीन वर्ष से जालना शहर में नदी संवर्धन अभियान के तहत कुंडलिका और सीना नदी की कायपलट की जा चुकी है तथा अब बड़े पैमाने पर नदी संवर्धन में लोगों का भी योगदान रहे इस उद्देश्य से यात्रा निकाली गई थी. अभियान के तहत पिछले तीन सालों में नदी पात्र से प्लास्टिक और कचरा संकलन के साथ ही गाल निकालना, पात्र का चौडाईकरण और गहरीकरण का काम किया जा रहा है. जिससे इन दोनों नदियों ने विकराल रूप धारण कर लिया.
अब तक हुए उल्लेखनीय कामों में हिंदुहृदयसम्राट बालासाहेब ठाकरे रामतीर्थ बांध से देहेडकरवाडी पुराना लोहे का पुल से राज महल टॉकीज के पास तक के नदी पात्र को चौड़ा और गहरा किया गया है. जबकि सनी नदी पात्र में कन्हैया नगर, हनुमान घाट से गोल्डन ज्युबली स्कूल, संतोषी माता पुल से बस स्टैंड तक के नदी पात्र को गहरा और चौड़ा कर कचरा मुक्त किया गया है.
