
तालीम की अहमियत समझे मुसलमान – गुलाम जिलानी
इमाम अहमद रजा उर्दू स्कूल का वार्षीक स्नेह सम्मेलन संपन्न
जालना: तालीम की इंसान के जीवन में उतनी ही अहमियत है जितना की जीवन जीने के लिए पानी की होती है. मुसलमानों को चाहिए की वे तालीम की अहमियत समझे. आज के इस दौरान में दीनी और स्कूली तालीम हासिल करने में मुसलमानों को किसी भी तरह की लापरवाही नहीं बरतनी चाहिए. आधी रोटी खाईए लेकिन बच्चों को पढाई ये.

यह कहना रहा इमाम अहमद रजा उर्दू स्कूल के मुख्याध्यापक मौलाना गुलाम जिलानी मिस्बाही का. स्कूल का वार्षिक स्नेह सम्मेलन सोमवार को उत्साह के साथ संपन्न हुआ. जिसमें विद्यार्थियों ने अपने वालिदैन के समक्ष अपने हुनर को प्रस्तुत किया. इस दौरान बच्चों ने भाषण, कौमी एकता पर तरने प्रस्तुत किए. साथ ही तालीम की अहमियत को लेकर विविध कार्यक्रम प्रस्तुत किए. इस समय बच्चों को इनामात से भी नवाजा गया.
उपक्रम को सफल बनाने के लिए मुनव्वर बागवान, रेश्मा बाजी, तनवीर बाजी, रुबाब बाजी, मिनाज बाजी, समरीन बाजी सहित शिक्षकवृंद और कर्मचारीवृंद ने परिश्रम किया.



