‘इन्फ्लूएंजा’ से बचाव के लिए करें नियमित फ्लू सर्वे..!

डीएचओ ने चिकित्सा अधिकारियों को दिए निर्देश.

जालना राज्य में वर्तमान में हो रही इन्फ्लूएंजा बीमारी को लेकर लोगों में किसी प्रकार का डर ना हो बल्कि इसके लक्षण दिखाई देते ही लोग बिना देरी किए इलाज के लिए अस्पताल पहुचे. इस दिशा में जनजागृति करने और  जिले के सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों के चिकित्सा अधिकारियों को भी जानकारी देकर  उपचार के प्रति सतर्क एवं अपने अधीनस्थ कर्मचारियों के माध्यम से अपने कार्यक्षेत्र में नियमित फ्लू सर्वे करते हुए स्वास्थ्य केंद्र में दवा का पर्याप्त स्टॉक रखने निर्देश  जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.  जयश्री भुसारे और अपर जिला स्वास्थ्य अधिकारी  गजानन मस्के द्वारा दिए गए.

मुंबई में इन्फ्लूएंजा के दो लोगों की मौत के बाद, स्वास्थ्य विभाग ने ग्रामीण स्तर पर सतर्कता बरतने का आह्वान किया है ताकि इसे कहीं और फैलने से पहले आवश्यक देखभाल की जा सके.  यह बीमारी मुंबई, नागपुर में प्रवेश कर चुकी है और शीर्ष स्तर से एहतियाती उपाय लागू करने के आदेश प्राप्त हुए हैं ताकि यह बीमारी कहीं और न फैले.  उसी के अनुरूप जिले के सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों में चिकित्सा अधिकारियों को निर्देश दिये गये हैं कि वे अपने अधीनस्थ कर्मचारियों के माध्यम से ज्वर के रोगियों का नियमित सर्वेक्षण करें. यह सुझाव दिया गया है कि जिन रोगियों में हाल ही में सांस की बीमारी विकसित हुई है, उनका सर्वेक्षण किया जाना चाहिए और बुखार, गले में खराश,  खांसी, नाक बहना, शरीर में दर्द, सिरदर्द आदि जैसे लक्षणों का इलाज डॉक्टरों की निगरानी में किया जाए.

* इन्फ्लूएंजा से बचने के लिए करें ये काम

अपने हाथों को साबुन और साफ पानी से बार-बार धोएं, पौष्टिक भोजन करें, अपने आहार में नींबू, आंवला,  संतरा, हरी पत्तेदार सब्जियां शामिल करें, धूम्रपान से बचें, पर्याप्त नींद लें और आराम करें, खूब पानी पिएं, आदि.

* ऐसा न करो…

हाथ न मिलाएं, सार्वजनिक स्थानों पर न थूकें, डॉक्टर की सलाह के बिना दवा न लें, फ्लू जैसे लक्षण होने पर भीड़-भाड़ वाली जगहों पर न जाएं आदि.