
कोरोना दंड वसूली घोटाले की जांच आर्थिक गुन्हा शाखा से करवाने की मांग
जालना: कोरोना दंडवसुली धोखाधडी में एफआईआर दर्ज करने के बाद नप, पुलिस और महसूल प्रशासन के अधिकारियों के साथ ही कई शिक्षकों में भी खलबली है. मामले के असल धोखेबाजों को पकड़ने और राशि वसूल करने के लिए इस मामले की जांच आर्थिक गुन्हा शाखा को सौंपने की मांग शिकायतकर्ता एंटी करप्शन एंड क्राईम कंट्रोल कमिटी के जालना जिलाध्यक्ष साद बिन मुबारक ने की है.
उन्होंने सोमवार को जिला पुलिस अधीक्षक डॉ अक्षय शिंदे से मुलाकात कर ज्ञापन सौंपा. जालना नगर पालिका में २२ लाख रुपए से अधिक राशि का कोरोना घोटाला सामने आया है. लेकिन जितना बताया जा रहा है उससे कई गुना अधिक राशि का गबन किया गया है तथा सरकारी पैसों का उपयोग निजी कामों के लिए हुआ है. इस प्रकरण में लंबे समय के बाद एफआईआर दर्ज तो हुई है लेकिन जरूरी है कि मामले से जुड़े सभी आरोपी पुलिस के शिकंजे में आए तथा जनता से वसूला गया उनका खून पसीने का पैसा हड़पने वाले सभी धोखेबाजों से संपूर्ण राशि वसूली जाए.
साद बिन मुबारक का कहना है की इस पूरे मामले में ४० से अधिक लोगों की गिरफ्तारी और राशि की वसूली जरूरी है. इसमें केवल नप के ही नहीं बल्कि, तहसील प्रशासन, जिला प्रशासन, पुलिस प्रशासन के साथ ही शिक्षकों पर भी मामले दर्ज होना जरूरी है.
