200 करोड का घोटाले करने वाले बंटी बबली देश छोड़कर हुए फरार?

आज भी अग्रिम जमानत की तारीख बढ़ाए जाने से चर्चाओं ने पकडा जोर

अन्य चार आरोपियों की पुलिस हिरासत तीन दिन बढ़ी

जालना: जालना में जीडीसीसी ( गोल्ड डिजिटल कॅश कॉइन) क्रिप्टोकरेंसी धोखाधडी मामले में हर दिन नई चर्चाएं जोर पकड़ने लगी है. मामले दर्ज हुए पुरा एक माह होने को है लेकिन  एफआईआर में जिन दो लोगों के नाम है वो आज भी फरार ही है. आज जब उनके द्वारा दायर अग्रिम जमानत की याचिका की तारीफ बढ़ाए जाने के बाद यह चर्चा शुरु हो गई की जालना के ये दोनों बंटी – बबली विदेश फरार हो चुके है.  

आज बंटी-बबली की जोड़ी के रूप में मशहूर हो चुके किरण खरात और उसकी पत्नी दीप्ति खरात द्वारा दायर अग्रिम जमानत याचिका पर सुनवाई होनी थी लेकिन पिछले तीन बार की तरह आरोपियों द्वारा इस बार भी अदालत से तारीख बढ़ाकर मांगी गई. अब यह सुनवाई १७ फरवरी को होगी. इस बीच जैसे ही आज भी आरोपियों की याचिका पर सुनवाई नहीं हुई. इस बात की लगभग पुष्टि कर लोग शर्तें लगाने लगे की यह दोनों भी २०० करोड़ पर हाथ साफ कर विदेश भाग चुके है. 

* इस संदर्भ में जब आर्थिक गुन्हा शाखा के प्रभारी पुलिस उपाधीक्षक ज्ञानदेव पायघन से पुछा गया तो उनका कहना रहा की पुलिस आरोपियों की तलाश में है  पुलिस  दस्ते उनकी गिरफ्तार के लिए भेजे गए थे लेकिन दोनों बार वे पुलिस को चकमा दे गए. पुलिस का दावा है की वो अगले दो- तीन दिन में उन्हें गिरफ्तार कर लेंगी. लेकिन यदि अगली सुनवाई के पहले तक पुलिस उन्हें गिरफ्तार नहीं कर पाती है तो आज जो उनके विदेश जाने की चर्चा है उसकी पुष्टी खुलेआम होने लगेंगी. 

* अन्य चार आरोपियों की पुलिस हिरासत तीन दिन तक बढ़ाई गई

पुणे से गिरफ्तार किए गए सय्यद इरफान, व्यंकटेश भोई, रमेश उत्तेकर, अमोद मेहतर इन चारों आरोपियों को आज तीसरी बार अदालत में खड़ा किया गया अदालत ने एक बार फिर उन्हें तीन दिन की पुलिस रिमांड में भेज दिया. इन लोगों के पास से पुलिस ने अब तक महंगी कारें, मोबाईल, बैंक खातों की राशि सहित करीब ९ करोड़   का माल जब्त किया गया. 

* २०० करोड़ का गबन करने वालों ने ही बनाई नकली वेबसाइट

इस मामले में जांच के दौरान पुलिस को वेबसाइट का पता चला था. यह वेबसाइट नकली होने तथा आरोपी ही इसमें क्वाईन की कीमत कम ज्यादा करने की बात भी जांच में सामने आई है. एक सच्चाई यह भी है की पुणे के जिस सैयद इरफान को मास्टरमाइंड बताया जा रहा है वो १० वी फेल है. ऐसे में जालना में २०० करोड़ का निवेश करवाने वाले फरार आरोपी ही मास्टरमाइंड होने का शक गहराता जा रहा है.