
10वीं क्लास का नहीं होगा बोर्ड एग्जाम, NEP में है नियम! जानें दावे की सच्चाई.
New एजुकेशन पॉलिसी (NEP) को लेकर वाट्सएप पर इन दिनों एक मैसेज काफी वायरल हो रहा है. इस वायरल मैसेज में दावा किया गया है कि NEP के तहत अब 10वीं बोर्ड एग्जाम नहीं करवाए जाएंगे.
वाट्सएप मैसेज में दावा किया गया है कि कैबिनेट ने New Education Policy को मंजूरी दी और इसमें कुछ बदलाव किए गए हैं. इसमें आगे कहा गया है कि NEP द्वारा किए गए बदलाव के तहत 10वीं के बोर्ड एग्जाम नहीं करवाए जाएंगे. बोर्ड एग्जाम सिर्फ 12वीं क्लास के लिए ही करवाए जाएंगे.

वायरल मैसेज में इस बात का भी जिक्र किया गया है कि मास्टर ऑफ फिलॉसफी (एमफिल) को चार साल की अवधि वाली कॉलेज डिग्री के साथ बंद कर दिया जाएगा. इसमें यह भी कहा गया है कि 5वीं क्लास तक के स्टूडेंट्स को उनकी मातृभाषा, स्थानीय भाषा और राष्ट्रभाषा में ही पढ़ाया जाएगा. मैसेज में कहा गया है कि 34 साल बाद एजुकेशन पॉलिसी में बदलाव किया गया है. ऐसे में ये सवाल उठता है कि आखिर इस दावे में कितनी सच्चाई है. इस दावे की प्रेस इंफोर्मेशन ब्यूरो (PIB) ने पड़ताल की है.
क्या है सच्चाई?
पीआईबी ने 10वीं बोर्ड एग्जाम नहीं करवाए जाने वाले दावे का खंडन किया है. साथ ही वायरल मैसेज में दी गई सभी जानकारियों को फर्जी बताया है. इस मैसेज को लेकर दी गई जानकारी में पीआईबी फैक्ट चेक ने स्पष्टीकरण देते हुए कहा कि ये दावा पूरी तरह फर्जी है. PIB Fact Check ने आगे कहा कि शिक्षा मंत्रालय की तरफ से इस तरह का कोई भी आदेश नहीं दिया गया है.
पीआईबी फैक्ट चेक ने ट्वीट किया, ‘एक वाट्सएप मैसेज में दावा किया गया है कि न्यू एजुकेशन पॉलिसी में 10वीं क्लास के लिए बोर्ड एग्जाम नहीं होगा.’ इसने आगे कहा, ‘ये दावा फर्जी है. शिक्षा मंत्रालय की तरफ से ऐसा कोई ऑर्डर नहीं दिया गया है.’ ट्वीट में नई शिक्षा नीति का पीडीएफ भी लिंक किया गया है. इसे स्टूडेंट्स पढ़ सकते हैं.