
अलग-अलग एफआईआर दर्ज करने पर जांच में आएगी तेजी * डिजीटल करेंसी मामले में हर मोहल्ले में मिलेंगे किरण खरात के एजंट
* पुलिस ने मुख्य कंपनी की वेबसाइट की जांच शुरु की
जालना: क्रिप्टो करेंसी वैश्विक मुद्रा है , भविष्य में इसी करेंसी या क्वाईन का जमाना होगा. आज किए गए निवेश पर भविष्य में इसके शेअर की कीमत १० से १५ गुना बढ़ जाएगी. इसके साथ ही आलीशान जिंदगी, कार, बंगले के सपने दिखाते हुए निवेशकों से लाखों रुपए लिए गए. जालना पुलिस को जीडीसीसी की मुख्य कंपनी से जुड़ी मध्य प्रदेश से चलाई जाने वाली वेबसाइट का पता चला जिसकी जांच के बाद जालना की कई बड़ी मछलियां भी इसमें पकड़ में आएगी. इस बीच पूर्व नगरसेवक ने सभी शिकायतों को एक साथ ना लेकर अलग – अलग एफआईआर दर्ज करने की मांग की है.
* सभी शिकायतों को एक साथ ना लेकर अलग-अलग एफआईआर दर्ज की जाए
किरण खरात और उनकी पत्नी पर मामला दर्ज हो जाने के बाद करीब सौ से अधिक लोगों ने भी अपनी शिकायत आर्थिक गुन्हा शाखा को दी है. पूर्व नगरसेवक शेख वहीद ने भी ५ लाख का निवेश किया है. जालना के पूर्व नगरसेवक शेख वहीद ने कहा कि इस पूरे मामले की जांच जरूरी है इसलिए वे पुलिस महकमे की जांच में पूरी मदद करेंगे. लेकिन इसमें पुलिस केवल शिकायतें लेने के बजाए सभी मामलों में अलग-अलग एफआईआर दर्ज करें क्योंकि इसमें किरण खरात के जितने भी एजंट शहर और ग्रामीण इलाकों में है उनका भी पता चल जाएगा तथा जांच में भी तेजी आएगी.
* लोगों को झांसे में लेने का विशेष तरीका, चकाचौंध कर देने वाले वीडियो
शेख वहीद ने कहा की किरण खरात से उनकी पुरानी पहचान थी तथा वे जब भी मिलते तब अपनी आलीशान जिंदगी तथा जिन लोगों को इसमें उन्होंने अपने साथ जोड़ा है उनकी कार, बंगले, देश विदेश में बैंकों के चकाचौंध कर देने वाले विडियों और तस्वीरें दिखाते थे. जो निवेशकों को ललचाने के लिए सोची समझी साजिश ही थी. उन्होंने जनवरी २०२० में किरण खरात के घर पर उन्हें ५ लाख रुपए निवेश के लिए दिए थे. हर माह १० से १२ प्रतिशत की क्रिप्टो आमदनी का शेअर देने के साथ ही तथा निवेश का मूल दाम १० गुना कराकर देने का झांसा उन्होंने दिया था. लेकिन उन्हें एक भी रुपया वापस नहीं मिला. बार बार संपर्क करने पर आखिरकार उन्होंने २५ दिसंबर २०२२ को पूरे वापस वापस देने की बात कही थी. लेकिन जब ११ जनवरी को वे उसके घर गए तो वहां पर उन्ही की तरह कई लोग थे जो पैसे वापस करने की मांग कर रहे थे. इसके बाद किरण खरात पर मामला भी दर्ज हुआ और वो फरार भी हो गया.
* हर मोहल्ले में मिल जाएंगे क्रिप्टो करेंसी के दलाल
शेख वहीद ने कहा की किरण खरात अपने आपको कंपनी का भागीदार और प्रमोटर बताता था. पुलिस ने कंपनी से जुड़ी वेबसाइट का पता लगाया है. इसकी जांच करने पर कंपनी के ऐसे कितने प्रमोटर थे तथा किरण खरात ने अपनी नेटवर्क चेन में कितनों को बतौर उसके प्रमोटर जोड़ा था का पता लगेगा. उनका दावा है की शहर के कई मोहल्लों में ऐसे लोग मिलेंगे जो अमीरी का लालच दिखाकर पैसे निवेश कराकर खुद मजे की जिंदगी जी रहे है.
* अभी तक सिर्फ शिकायत ली, जवाब दर्ज कराना बाकी
गौरतलब है कि इस मामले में पुलिस ने निवेश के तरीकों को लेकर जांच पड़ताल शुरू की है. अभी तक भी आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं हो सकती है. इसमें यह भी मुख्य है कि जिन लोगों ने शिकायत दर्ज की है उनकी अलग से एफआईआर नहीं दर्ज कराई गई है. इनमें से केवल कुछ के ही जवाब लिए गए है. शेख वहीद ने कहा कि अभी तक पुलिस ने उन्हें जवाब देने के लिए तलब नहीं किया है. वे पुलिस को मामला से जुड़ी कई कड़ियों से रुबरु करेंगे तथा गरीबों को न्याय दिलाने और उनके पैसे वापस दिलाने के लिए कोशिश करेंगे. उनकी पहली मांग यही है की सभी शिकायतों पर अलग अलग एफआईआर दर्ज हो.
* मामला ५०० करोड़ के ऊपर

इस सब में एक खास बात यह है की पूर्व राज्यमंत्री अर्जुन खोतकर ने इस पूरे गोरखधंधे में एकेले जालना से ५०० करोड़ से अधिक के निवेश का अंदेशा जताया है. पुलिस जांच में जिन लोगों ने शिकायत दी है उनकी भी खांसी राशि अटकी पड़ी है. इसमें अभी तक बडे उद्योगपति, व्यापारी, शिक्षक तथा सरकारी नौकर शिकायत करने नहीं पहुंचे है. यदि ये लोग भी शिकायत करने पहुंची है तो मामला ५०० करोड़ से कई उपर का होने की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता. विश्वसनीय सूत्रों की मानें तो इसमें शिक्षकों और सरकारी नौकरों के पैसे काफी अटके है.