वन विभाग ने जंगली जानवर के हमले से किया इनकार*बुजुर्ग महिला की हत्या होने का शकबुजुर्ग महिला की हत्या होने का शक

* जंगली जानवर के पैरों के कोई निशान नहीं, खून से सना डंडा कुएं में मिला

जालना: भोकरदन तालुका के चोरहाला शिवार में शनिवार को एक वृद्ध महिला लंकाबाई राउत (87) का शव मिला. पुलिस ने बताया था कि वृद्ध की मौत जंगली जानवर के हमले से हुई है. हालांकि वन विभाग के अधिकारियों को ने परिसर का जायजा लेकर साफ कह दिया कि  उक्त स्थान पर किसी भी जंगली जानवर के पैरों के निशान नहीं देखे गए हैं. इसलिए ये जनवरी जानवर का हमला नहीं है  बुर्जुग की हत्या किए जाने की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता है. 

शनिवार सुबह लंकाबाई सुखलाल राउत का शव बुरी तरह जख्मी अवस्था में खेल में ही घर से कुछ दूर पर पड़ा मिला था.  सूचना मिलते ही पुलिस ने मौके पर पहुंच पंचनामा किया. इस समय उसकी आंखें, चेहरा, गाल  बुरी तरह फाडे हुए नजर आ रहे थे. पुलिस का प्राथमिक कयास था की महिला घर में अकेली थी तथा किसी जंगली जानवर ने उसपर हमला कर दिया होगा. वन विभाग के अधिकारियों को पहुंचने में देरी होने के कारण पुलिस ने महिला की  लाश को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया  था.   शनिवार की शाम को महिला पर जलगांव जिले के रात शेंदूरनी में अंत्यसंस्कार भी कर दिया गया. 

फोटो: मृतक लंकाबाई राऊत

इस बीच शनिवार की शाम को तथा रविवार को भी वन विभाग की सहाय्यक वनसंरक्षक अधिकारी  पिपि पवार, वन परिक्षेत्र अधिकारी अभिमन्यु खलसे, जालना वनपाल सतीश बुरकुले, भोकरदन वनपाल राठोड, वनरक्षक पवार, वनरक्षक जाधव, वनरक्षक पाटील, सिंगारे की टीम ने घटनास्थल का जायजा लिया. 

वन परिक्षेत्र अधिकारी अभिमन्यु खलसे ने कहा कि, वन विभाग के अधिकारियों ने जब मौका मुआयना किया तो उस जगह पर जंगली जानवरों के कोई निशान नजर नहीं आए.  अधिकारियों ने बताया कि शरीर पर चेहरे के अलावा और कहीं खरोंच के निशान नहीं हैं,  गर्दन पर गहरा घाव है, सिर पर बाल नहीं हैं, इसलिए यह नहीं कहा जा सकता कि यह जंगली जानवर का हमला था या नहीं. रिपोर्ट आने पर पता चलेगा कि लंकाबाई की मौत किस वजह से हुई. इस बीच, लंकाबाई राउत के पास वलसा वडाला में कुछ प्लॉटिंग की जमीन है, जिसे लेकर अदालत में विवाद चल रहा है, यह जानकारी लंकाबाई के पोते ने दी है.