
पपू गुरु गणेशलालजी मसा का सानिध्य सभी के लिए आश्रय – आनंद सुराणा
* जालना के तपोधाम के दर्शन के लिए पूरी दुनिया के श्रद्धालुओं में उत्सुकता
* अमावस को दर्शन करने पर मनोकामना होती है पूरी
जालना: जालना का नाम देश और दुनिया में चमकने का एक मात्र कारण यही है की यहां पर घोर तपस्वी कर्नाटक गजकेसरी पपू गुरु गणेशलालजी मसा ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराकर इस मिट्टी को पावन कर दिया. उनके समाधि स्थल के दर्शन के लिए दुनिया भर के श्रद्धालुओं में उत्सुकता है तथा हर अमावस को यहां पर पहुंच दर्शन करने पर मनोकामना पूरी होने के चलते सभी धर्म के लोग यहां पूरी श्रद्धा और आस्था के साथ पहुंचते है. तपोधाम में आने वालों को सभी तरह की सुविधा हो इस उद्देश्य से शहर का हर नागरिक काम पर लगा हुआ है.

श्री वर्धमान स्थानकवासी जैन श्रावक संघ के पूर्व महामंत्री आनंद सुराणा ने बताया की वर्ष २००९ के बाद यहां पर हुए विकास कामों के कारण यहां आने वालों की संख्या में इजाफा हुआ था. जो लोग देश के दूर दराज इलाकों से यहां पहुंचते है वे अमावस के महत्व को दुनिया भर में पहुंचा रहे है. पपू गुरु गणेशलालजी मसा के सानिध्य में रहकर लोगों को जो सुकून मिलता है उसे शब्दों में बयां नही किया जा सकता. परेशानियां दूर होने तथा मनोकामना पूरी होने के चलते अब इस श्रद्धा स्थान पर सभी धर्म के लोग साधु संतों के बीच रहकर जीवन में नैतिकता को अपनाते हुए समाज सेवा से जुडने लगे है.
आनंद सुराणा ने कहा कि पपू गणेशलालजी मसा के आदेश पर जालना की गौशाला में गायों का जिस तरह से पालन पोषण होता है उस तरह की सुविधा शायद ही कहीं और उपलब्ध है. गौशाला में लोग गौमाता की सेवा कर धन्य महसूस करते है.
जालना की गौशाला की ही तरह यहां पर सेवा कार्य के तहत चलाए जाने वाले नेत्रहीन विद्यालय, भोजनालय सहित अन्य उपक्रमों के कारण लोगों की आस्था और श्रद्धा बढ़ने लगी है.
आनंद सुराणा ने जालना शहर में पुण्यतिथि के उपलक्ष्य में पधारे सभी साधु संतों और श्रद्धालुओं का स्वागत करते हुए कहा कि पूरी दुनिया को शांति का संदेश देने का सबसे बडा केंद्र जालना बन गया है. पावन तपोधाम की मिट्टी को छू कर लोग शांति का संदेश दुनिया भर में पहुंचा रहे है.
* यहां आने वाले हर व्यक्ति की मनोकामना पूरी होती है.

परम पूज्य सद्गुरु नाथ गुरुदेव श्री गणेशलालजी महाराज साहब की आत्मा का सार है जो अपने आप में पूर्णता का भंडार प्रदान करता है.
परम पूज्य सद्गुरु नाथ गुरुदेव श्री गणेशलालजी महाराज साहब के दर्शन के लिए पूरे भारत से श्रद्धालु प्रतिदिन यहां आते हैं। यहाँ की विशेषता यह है कि गुरुदेव के भक्त न केवल जैन श्रावक-श्राविका हैं बल्कि अन्य समाजों के गुरु-भक्त भी यहां अपार श्रद्धा रखते हैं.
उनके भक्तों की संख्या दिन-ब-दिन बढ़ती जा रही है, और वे हर एक की चिंताओं का तुरंत समाधान करते हैं। इसी प्रकार गुरुदेव के अंतिम समय के स्थान पर एक ध्यान केंद्र का निर्माण किया गया है। ध्यान केंद्र होने के कारण भक्तों को एक अलग ही समाधान और शांति मिलती है.

यहां आने वाले भक्त पवित्र तपोधाम के परिसर में महावीर जैन गौशाला, श्री गुरु गणेश दिव्यांग विद्यालय, श्री गुरु गणेश जैन धार्मिक पुस्तकालय, ऐंबील भवन आदि स्थानों पर अपनी धार्मिक यात्रा पर एक या दो सप्ताह व्यतीत करते हैं। इस बीच तपस्या, ध्यान, प्रतिक्रमण, दान आदि से पुण्य की भावनाओं को बढ़ाकर जीवन में कल्याण करने का सौभाग्य प्राप्त होता है.
*तपोधाम में आने वाले श्रद्धालुओं और साधु संतों के लिए जालना शहर के राजनीतिक, औद्योगिक, सामाजिक, व्यापारिक तथा सभी धर्म के लोगों द्वारा मिल रहे सहयोग के कारण ही यहां पर लोगों को आसानी होने लगी है. इसके लिए आंनद सुराणा ने सभी का अभिनंदन कर इस तरह के सहयोग की अपेक्षा जताई. 1901-jls-12