
क्रिप्टो करेंसी धोखाधड़ी का मास्टरमाइंड पुणे का इरफान दुबई फरार हो गया
* मामले की जांच के लिए मुख्यमंत्री से जांच समिति नियुक्त करने की होगी मांग
जालना: कांग्रेस विधायक कैलाश गोरंट्याल पर पलटवार करते हुए, पूर्व मंत्री और शिवसेना (शिंदे गुट) के नेता अर्जुन खोतकर ने कहा की विधायक गोरंट्याल जालना जिले में हुए इस ५०० करोड़ रुपए के घोटाले बाजों को बचाने का काम कर रहे है. इसलिए इस मामले में उनकी भी जांच की जाएगा. अर्जुन खोतकर ने कहा की केवल जालना नही राज्य और देश स्तर पर धोखाधड़ी कर गरीबों को लूटा गया है. इसलिए अब वे खामोश नही बैठेंगे तथा मुख्यमंत्री से मुलाकात कर विशेष जांच समिति नियुक्त करने की मांग करेंगे.
पूर्व मंत्री अर्जुन खोतकर ने मंगलवार की शाम को संवाददाता सम्मेलन का आयोजन कर विधायक गोरंट्याल द्वारा लगाए गए बेबुनियाद आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए क्रिप्टो करेंसी के जरिए धोखाधड़ी करने वालो को बचाने वालों की जांच करने की मांग की.
उन्होंने कहा की वे मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से जीडीसी (ग्लोबल डिजिटल करेंसी) सिक्के के घोटाले की जांच करने की मांग की, जिसमें प्रमोटरों ने राज्य के ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में हजारों लोगों को धोखा दिया. उन्होंने कहा कि इसमें अगले जालना जिले से लगभग 500 करोड़ रुपये का निवेश किया गया था. निवेश करने वालों में रिक्शा चालक, ठेला चालक, सब्जी विक्रेता भी है जो लगातार उनसे संपर्क कर इन्साफ दिलाने की मांग कर रहे है. शहर के डॉक्टर, शिक्षक, उद्योगपतियों ने तो इसमें बडा पैसा लगाया है.
उन्होंने आरोप लगाया कि विधायक गोरंट्याल प्रमोटर किरण खरात को बचा रहे हैं जो जालना में घोटाले का मुख्य सरगना है. उन्होंने कहा कि आरोपी खरात का समर्थन करने का मतलब अपराध का समर्थन करना है, और कांग्रेस नेता अपराध में मदद कर रहे हैं.
खोतकर ने दावा किया कि शिवसेना का शिंदे गुट जालना विधानसभा क्षेत्र में अपने पैर पसार रहा है और यह गुट अगले विधानसभा चुनाव में गोरंट्याल को सबक सिखाएगा. इसी का डर उन्हें है. उन्होंने कहा, वह शिंदे गुट की ताकत से डर रहे थे, इसलिए वह ( विधायक गोरंट्याल) शिंदे गुट के कुछ लोगों पर निराधार आरोप लगा रहे हैं.
बता दे की, विधायक गोरंट्याल ने सोमवार को आरोप लगाया था कि खोतकर और उनके समर्थक शहर और ग्रामीण इलाकों में आतंक फैला रहे हैं. खरात को धमकाया गया और चार दिनों के लिए बंदी बना गया. फायरिंग भी की गई. गोरंट्याल का कहना था की मुख्यमंत्री शिंदे की पार्टी में प्रवेश करने वाले जालना के लोग जनता में आतंक फैला रहे है तथा इसे बिहार बना रहे है. गोरंट्याल ने यह भी कहा की ऐसी हरकतों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा, जालना को बिहार बनने नहीं दिया जाएगा. ॅॅॅॅविधायक गोरंट्याल का कहना था कि व्यापार व्यवसाय में निवेश के बाद यदि धोखाधड़ी होती भी है तो किसी को भी कानून हाथ में लेने किडनैप करने या फायरिंग कर डराने की इजाजत देश का संविधान नहीं देता है. जिनके साथ धोखाधड़ी हुई है वे पुलिस में शिकायत कर इंसाफ मांग सकते थे. लेकिन जालना में जो गुंडागर्दी चल रही है वो गलत है.
* पुणे का इरफान भाग गया दुबई
पूर्व मंत्री अर्जुन खोतकर ने संवाददाता सम्मेलन में कहा की किरण खरात ने जालना में अपना जाल बिछाया. इस पूरी जालसाजी का मुख्य सरगना पुणे का ईरफान है जिसने पूरे राज्य के निवेशकों के साथ धोखाधड़ी की है. वो दुबई भाग गया है. जालना के लोग भी विदेश भागने की फिराक में है. इसलिए उनके पासपोर्ट जब्त किए जाए.
