
जालना में क्रिप्टो करेंसी का मायाजल; करोड़ों पानी में!
जालना: क्रिप्टो करेंसी (वर्चुअल करेंसी) में करोड़ों रुपए निवेश करने वाले जिले के कई लोगों की फिलहाल नींद उड़ी हुई है. जहां कुछ ही लोग क्रिप्टो करेंसी जीडीसी (गोल्ड डिजिटल कॉइन) में करोड़ों रुपए निवेश कर अमीर हो गए हैं, वहीं कईयों को उचित रिटर्न न मिलने के कारण कंगाल हो चुके है. इस नुकसान ने बिचौलिए पर निवेशकों का गुस्सा भड़का दिया है. जालना में क्रिप्टो करेंसी का यह मामला अब थाने पहुंच गया है.
जालना शहर में पिछले डेढ़ से दो साल में राजनेताओं, डॉक्टरों, उद्यमियों ने क्रिप्टो करेंसी में भारी मात्रा में पैसा लगाया है. कई लोग इस तरह के झांसे में आ चुके हैं, जहां से उन्हें कुछ हजार लाख रुपये मिलेंगे. इनमें से कुछ को आर्थिक रूप से भी काफी फायदा हुआ है. हालांकि, चूंकि रिजर्व बैंक और सरकार का इस आभासी मुद्रा पर नियंत्रण नहीं है, इसलिए धोखाधड़ी के मामले में आधिकारिक तौर पर शिकायत दर्ज करना मुश्किल हो जाता है. जीडीसी कॉइन, जो क्रिप्टोकरेंसी का हिस्सा है, ने बिचौलियों पर दबाव बनाना शुरू कर दिया है क्योंकि कई लोगों को उनके द्वारा निवेश की गई राशि पर उचित रिटर्न नहीं मिला है. यह क्रिप्टोकरंसी ट्रांजैक्शन करोड़ों रुपए के दायरे में है. निर्धारित दर के अनुसार पैसा नहीं मिलने से निवेशक बिचौलिये पर खासा रोष जता रहे हैं.
क्रिप्टो करेंसी क्या है..?
क्रिप्टोकरेंसी भी रुपये की करेंसी की तरह ही एक करेंसी है. लेकिन यह करेंसी वर्चुअल करेंसी है. हम इस करेंसी यानी क्रिप्टोकरेंसी को नहीं देख सकते हैं. छू भी नहीं सकते है. चूंकि यह एक वर्चुअल करेंसी है, इसलिए आप इसे अपनी जेब में लेकर इधर-उधर नहीं जा सकते. क्रिप्टोकरंसी का क्रेज दिन-ब-दिन बढ़ता ही जा रहा है. यह एक स्वतंत्र मुद्रा है जिसका स्वामित्व किसी व्यक्ति या सरकार या किसी बैंक के पास नहीं है. इस क्रिप्टो करेंसी का इस्तेमाल करके हम इस वर्चुअल करेंसी को दुनिया में कहीं भी ट्रांसफर कर सकते हैं. साथ ही हम इसे दुनिया के किसी भी कोने से प्राप्त कर सकते हैं. अगर कोई दुकान, मॉल या कोई ऐसी जगह जहां यह वर्चुअल करेंसी स्वीकार की जाती है. तो इस मुद्रा का प्रयोग करके हम उस जगह से सामान भी खरीद सकते हैं. बिटकॉइन आभासी मुद्रा का एक महत्वपूर्ण रूप है.
फोटो: ग्लोबल डिजिटल करेंसी
