बुनियादी प्रशिक्षण परीक्षा में चौथा मौका देने के बाद फेल होना पड़ा महंगा…

*पुलिस बल में सिपाही की नौकरी से बर्खास्त

जालना: पुलिस भर्ती में चयन होने के बाद पुलिस प्रशिक्षण केंद्र में प्रशिक्षण पूरा करने पर जरूरी बुनियादी परीक्षा पास होना भी जरुरी होता है. लेकिन जालना पुलिस बल में कार्यरत पुलिस कांस्टेबल को जरूरी परीक्षा उत्तीर्ण करने के लिए चार बार मौके दिए जाने के बावजूद वो नापास होता है. जिसके चलते उसे पुलिस की नौकरी से बर्खास्त कर दिया गया. 

प्राप्त जानकारी के अनुसार  गजानन भारत जोगस (बक्कल नं ४५४) का चयन पुलिस महकमे की वर्ष २०१८ की भर्ती में हुआ था. वो फिलहाल अंबड पुलिस थाने में कार्यरत थे. जोगस को पुलिस कांस्टेबल के मूलभूत प्रशिक्षण के लिए वर्ष २०१८-१९ में मरोल(मुंबई), पुलिस प्रशिक्षण केंद्र में भेजा गया था. 

लेकिन मरोल पुलिस प्रशिक्षण केंद्र में प्रशिक्षण पूरा होने के बाद ली गई परीक्षा में जोगस नापास हो गया. इसके बाद तत्कालीन पुलिस अधीक्षक ने पुलिस भरती सेवा नियम के अनुसार उसे पहले मौके के रूप में जोगस को तूरची(तासगाव, सांगली), स्थित पुलिस प्रशिक्षण केंद्र में परीक्षा के लिए भेजा था लेकिन वो वहां पर भी ना पास हो गया. 

उसे दूसरा मौका अगस्त २०१९ में   नानविज (दौंड, पुणे) स्थित पुलिस प्रशिक्षण केंद्र में भेज कर दिया गया यहां पर भी वो असफल रहा. दिसंबर २०१९ में ही तीसरी बार जोगस को जालना पुलिस प्रशिक्षण केंद्र में परीक्षा के लिए भेजा गया लेकिन उसकी तैयारी यहां पर भी मुकम्मल साबित नहीं हुई. 

जोगस को अपनी पुलिस सेवा बचाने का आखिरी मौका मार्च २०२० में लातूर पुलिस प्रशिक्षण केंद्र में भेज कर दिया गया. लेकिन भाग्य ने भी उसका साथ आखरी तक नहीं दिया तथा वो परीक्षा में फेल हो गया. 

इस बीच जिला पुलिस अधीक्षक डॉ अक्षय शिंदे ने पुलिस कांस्टेबल जोगस को पुलिस दल की सरकारी सेवा से बर्खास्त करने के आदेश जारी कर दिए.