
जालना शक्कर कारखाने को शुरू करने में कोई कसर बाकी नहीं रखेंगे – विधायक कैलाश गोरंट्याल
* कारखाना पहले की ही तरह किसानों, सभासदों और मजदूरों का होगा
जालना: गन्ना उत्पादक किसान, सभासद और मजदूरों के हित के जालना सहकारी शक्कर कारखाना के पहले की ही तरह दोबारा शुरू करने के लिए कोई कसर बाकी नहीं रखी जाएगी. यह आश्वासन विधायक कैलाश गोरंट्याल ने दिया.
जालना सहकारी शक्कर कारखाने के सभासद किसान और मजदूर बचाव कृती समिती की ओर से कारखाना क्षेत्र के गांवों में विधायक कैलाश गोरंट्याल के नेतृत्व में मुख्य संयोजक संजय लाखे पाटील के मार्गदर्शन में जनजागृती मुहिम शुरु की गई. शुक्रवार को वाघ्रुल जहांगीर से मुहिम का शुभारंभ किया गया था. बीते दिन नेर और रामनगर में संपन्न हुई बैठक में विधायक कैलाश गोरंट्याल ने किसानों और मजदूरों की बैठक को संबोधित किया.
इस समय डॉ संजय लाखे पाटील, अंकुशराव राऊत, डीके मोरे, सुरेशराव खडके, कमलाकर अंभोरे, राम सावंत, वसंत जाधव, ज्ञानेश्वर कदम, सुभाष कोलकर, नारायण वाढेकर, अरुण घडलींग, दत्ता घुले, रमेश गजर, बालू गजर आदि उपस्थित थे.


विधायक गोरंट्याल ने कहा कि जालना और बदनापुर के गन्ना किसानों की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए पूर्व सांसद बालासाहेब पवार ने काफी परिश्रम किया तथा सरकार पर लगातार दबाव बनाते रहे. जिसके बाद सरकार को यहां पर सहकारी शक्कर कारखाना शुरू करना पड़ा.
फैक्ट्री क्षेत्र में किसानों के साथ-साथ श्रमिकों और सदस्यों को काफी राहत मिली. हालांकि, बाद के दौर में, इस कारखाने को लेकर राजनीतिक उदासीनता के चलते कारखाना बंद हुआ. इसे शुरू करने के बजाए पूर्व मंत्री अर्जुन खोतकर ने बोगस दस्तावेज और बोगस निविदा प्रक्रिया को अंजाम देकर इसे खरीद लिया. वास्तव में इस कारखाने को किसानों और मजदूरों से हड़प लिया गया है. लेकिन अब इसपर दोबारा किसानों और मजदूरों को अधिकार दिलाकर इसे पहले की तरह शुरू किया जाएगा. यह आश्वासन विधायक कैलाश गोरंट्याल ने किया.
इस समय मुख्य संयोजक संजय लाखे पाटील ने पूर्व राज्यमंत्री अर्जुन खोतकर पर कई गंभीर आरोप लगाते हुए उन्होंने किसी तरह इस कारखाने को हड़प लिया है इसको लेकर जानकारी दी.