जालना-नांदेड समृद्धी महामार्ग के पैसे ईडी के पास जमा किए जाए, विधायक कैलाश गोरंटियाल और पूर्व मंत्री अर्जुन खोतकर फिर आमने-सामने

* समृद्धी के नाके लेने के बाद अब   जालना- नांदेड समृद्धी मार्ग भी मैनेज

* विधायक कैलाश गोरंट्याल ने रामनगर शक्कर कारखाने को लेकर किया यलगार

* जिलाधिकारी को सौंपा ज्ञापन

जालना: विधायक कैलाश गोरंट्याल ने शिवसेना शिंदे गट के कृषि मंत्री अब्दुल सत्तार के बाद अब जालना में पूर्व मंत्री अर्जुन खोतकर को भी हर मोर्चे पर घेरना शुरू कर दिया है. आज उन्होंने जालना जिलाधिकारी से मुलाकात कर रामनगर शक्कर कारखाने से होकर गुजर रहे नांदेड समृद्धी महामार्ग को अन्य जगह से ले जाने की मांग की है यदि ऐसा नहीं होता है तो समृद्धी मार्ग से आने वाले पैसे ईडी के पास जमा करवाने की मांग की. उनके इस बयान के बाद जालना में एक बार फिर रामनगर शक्कर कारखाने का विषय चर्चा में आ गया  है. 

* एक दिवसीय लाक्षणिक उपोषण

सोमवार को जालना जिलाधिकारी कार्यालय के सामने रामनगर शक्कर कारखाना बचाव कृती समिती द्वारा कारखाने से मशीनरी चुराने वालों पर मामले दर्ज करने की मांग को लेकर एक दिवसीय लाक्षणिक उपोषण किया. उपोषण स्थल पर विधायक कैलाश गोरंट्याल ने भी अपनी उपस्थिति दर्ज करवाते हुए जालना जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपा.

* शक्कर कारखाने की जमीन हड़पने के लिए ही जालना – नांदेड मार्ग को कारखाने से गुजारा जा रहा है

विधायक कैलाश गोरंट्याल

इस समय संवाददाताओं से रूबरू होते हुए विधायक कैलाश गोरंट्याल ने कहा कि रामनगर शक्कर कारखाना मेहनती किसानों का कारखाना है. इस कारखाने को पूर्व मंत्री अर्जुन खोतकर ने सरकार की दिशाभूल कर खरीदा है. उन्होंने अर्जुन खोतकर पर यह भी आरोप लगाया की इस जमीन पर पूरी तरह कब्जा मिल सके इसलिए वे शिंदे गट से जा मिले है. पहले समृद्धी के नाके लिए तथा अब जालना – नांदेड महामार्ग को कारखाने की जमीन के बीच से गुजारा जा रहा है. जिससे की भूखंड दो हिस्सों में बट जाए. उन्होंने मांग करते हुए कहा की किसी भी हाल में मार्ग को शक्कर कारखाने से ना ले जाया जाए. लेकिन यह भी आशंका जताई की सरकार उनकी है वो जो चाहे करेंगे. लेकिन इस मार्ग के लिए जमीन संपादित करने के बाद जो पैसा आएगा वो ईडी के पास जमा कराया जाए. तथा कोर्ट के माध्यम से इस राशि से कारखाने के सभासद, किसानों तथा मजदूरों का बकाया वेतन और ग्रॅज्युटी दी जाए.

* कारखाने की मशीनरी को भंगार भाव में बेच दिया

इस समय विधायक गोरंट्याल ने यह भी आरोप लगाया की आज कारखाने के नाम पर वहां पर केवल शेड है. भीतर का बॉयलर सहित अन्य सभी मशीनरी को भंगार के रूप में बेच दिया गया है. जबकि इसकी कीमत करोड़ों में थी.  ये सारा तामझाम जमीन पर पूरा कब्जा हासिल करने तथा कारखाना दोबारा शुरू ना हो सके इसलिए किया गया है. उन्होंने कहा कि कारखाने की मशीनरी चुराने वालों के विरुद्ध मामले दर्ज किए जाए.

* दो दिन बाद  बैठक का आयोजन

विधायक गोरंट्याल ने कहा की दो दिन बाद जालना शक्कर कारखाने के सभासद, किसान, मजदूरों की बैठक लेकर जनजागृति की जाएगी की यह जमीन उनकी है किसी दूसरे की नही. क्षेत्र के किसानों के  विकास तथा मजदूरों के हाथों को काम मिले इस उद्देश्य से सहकारी शक्कर कारखाने की स्थापना हुई थी. जिसके लिए परिसर के किसानों ने जमीन दी थी. अब किसानों की जमीन दूसरों के हिस्से जाने नहीं दी जाएगी.

जिलाधिकारी डॉ विजय राठोड से मिलने गए शिष्टमंडल में  विधायक कैलाश गोरंट्याल के साथ ही ज्ञानेश्वर भांदरगे, अंकुशराव देशमुख, अरुण पाटील वझरकर, लक्ष्मणराव राजे शिंदे, प्रल्हाद हेकाडे, भिकनराव पाटील गवारे, बाबासाहेब थिटे, काकासाहेब पाटील जाºहाड, सुधाकर पाटील जºहाड, सुरेश बोरुडे, लक्ष्मणराव शिंदे, भगवानराव कठाले, मदन एखंडे, शेख सलीम काझी, वसंतराव सहाणे, कारभारी महाराज अंभोरे, दिलीप मोरे आदि का समावेश था.