
मौखिक आदेश पर ४७० एकड़ का भूखंड कर दिया सुपुर्द!
जालना जिला वक्फ अधिकारी और कमेटी पर मामला दर्ज हो
*कई साल से बिजली का कनेक्शन कट इसकी कोई सुध नहीं
जालना : जालना जिले में दरगाह हजरत जानुल्लाह शाह की करीब ४७० एकड़ इनामी जमीन को जालना जिला वक्फ अधिकारी ने केवल मौखिक आदेश पर कमेटी के सुपुर्द कर दिया. यह पूरा तामझाम अब तक हुए भ्रष्टाचार को छुपाने तथा वक्फ की संपत्ति को भविष्य में बड़ा नुकसान पहुंचाने की नियत से किया गया है. जिस वक्फ संस्थान से महाराष्ट्र वक्फ बोर्ड को करोड़ों की आमदनी होती है उसे संस्थान की बिजली तीन साल से कट है. इसकी सुध किसी को नही. लेकिन मौखिक आदेश पर आनन फानन में चार्ज दे देने कई सवाल खड़े कर रहा है.
इस सदंभ में दरगाह के खादिम मोहम्मद जावेद मोहम्मद युसुफ ने महाराष्ट्र वक्फ मंडल के मुख्य कार्यकारी अधिकारी को पत्र लिखकर जिला वक्फ अधिकारी और संबंधित कमेटी के पदाधिकारियों पर मामला दर्ज करने की मांग की है.
इसमें उनका कहना रहा की दर्गा संस्थान वर्ष १९६० से वक्फ बोर्ड के नियंत्रक में है. इसमें पहले भी कमिटियां बनाने की कोशिशें हुई थी. जिसमें अदालत ने वर्ष १९९२ और वर्ष २००४ में ऐसी समितियों को नामंजुर करने के निर्देश दिए थे. बावजूद इसके वक्फ बोर्ड ने आनन फानन में नियमों को ताक पर रख कमेटी के प्रस्ताव को पारित घोषित किया. इसमें किराया वसूलने के अधिकार कमेटी को देने संबंधी कोई निर्देश नहीं थे. बावजूद इसके जालना जिला वक्फ अधिकारी ने बिना वरिष्ठों की इजाजत लिए अपने पद का दुरुपयोग कर मौखिक(तोंडी) आदेश होने की बात कहकर संबंधित ११ सदस्यीय कमेटी को बिना किसी तरह के ऑडिट रिपोर्ट और किसी भी तरह के पंचनामे की रिपोर्ट के बगैर की जार्च दे दिया. जो पूरी तरह गैरकानूनी और वक्फ के हित के खिलाफ है.

* कई सालों से बिजली कनेक्शन कट
मराठवाड वाडा की सबसे बडी वक्फ संस्थान तथा जालना शहर के बीचोबीच ४७० एकड़ भूखंड से वक्फ बोर्ड को करोड़ों की आमदनी देने वाली संस्था दर्गा हजरत जानुल्लाह शाह बाबा का बिजली कनेक्शन बिल भरने के अभाव में कई सालों से बंद है, मेंटेनेंस किया ही नहीं गया. इसमें एक बात यह की वक्फ अधिकारी इसमें भी केवल मौखिक रूप से वसूली करते है, रसीद फाडी नही जाती है जिस कारण बिजली कनेक्शन जोडना तक मुश्किल हो गया है. ऐसे में गैरकानूनी काम कर बिना आॅडीट के ही जार्च दिया जाना वक्फ के लिए काफी नुकसानदायक साबित होगा.
* बोगस लेटर पैड पर ९ एकर भूखंड बेच दिया गया था!
ज्ञापन में कहा गया की इससे पहले समितियों के प्रस्ताव अदालत द्वारा नामुंजर करने के बावजूद संबंधितों ने खुद्दाम कमेटी के बोगस लेटर पैड पर सर्वे नंबर २३९ की ९ एकर जमीन की बिक्री कर दी गई है. इस दर्गा के १५० से ज्यादा सर्वे नंबर के भूखंड है. अब इस कमेटी को इस तरह मौखिक चार्ज दिया जाना बड़े भ्रष्टाचार का कारण बनेगा.

* भू माफियाओं में खुशी
मोहम्मद जावेद ने कहा की इस कमेटी के प्रस्ताव को मंजूरी मिलने पर वक्फ की सुरक्षा करने में अग्रसर लोगों में खलबली है जबकि भू माफियाओं और वक्फ की जमीनों पर गलत नजर रखने वालों में खुशी की लहर है. इसलिए ऐसे में बेहद जरुरी है की कानून का पालन हो. बिना कानूनी कार्रवाई के जार्च दिया जाना वक्फ के लिए घातक साबित होगा.
