आखिरकार अंग्रेजी स्कूलों के जांच के आदेश जारी

* अंग्रेजी स्कूलों के शिक्षकों की वैयक्तिक मान्यता  का मामला

* स्कूलों को ताला लगाने की चेतावनी दी थी आप ने

* जांच के लिए विशेष जांच समिति गठित करने की मांग

जालना:  अंग्रेजी स्कूलों में अप्रशिक्षित शिक्षकों द्वारा विद्यार्थियों को आधा अधुरा ज्ञान देने के कारण जिला का शैक्षिक स्तर तो गिर ही रहा है साथ ही विद्यार्थी भी पढाई को लेकर मानसिक तनाव से गुज़र रहे है.  इस मामले को गंभीरता से लेते हुए शिक्षा अधिकारी कैलाश दातखिल ने जालना शहर के सभी पंचायत समितियों के गट शिक्षा अधिकारियों को पत्र जारी कर जांच के आदेश दिए है. इस बीच आम आदमी पार्टी ने स्कूलों की जांच के लिए विशेष जांच समिति गठित कर समिति के माध्यम से जांच करने की मांग की है. 

बता दे की इस मामले को आम आदमी पार्टी ने उठाया और चेतावनी दी थी कि यदि नियमों का उल्लंघन करने वाले स्कूलों पर कार्रवाई नहीं की गई तो ऐसे स्कूलों को ताला लगा दिया जाएगा.

आम आदमी पार्टी की ओर से शहर अध्यक्ष तनुज बाहेती तथा जिला प्रवक्ता फिरोज बागवान ने शिक्षा उप संचालक को पत्र भेजकर जालना में अंग्रेजी स्कूलों में चल रहे गोरखधंधे तथा शिक्षा विभाग की लापरवाही के कारण बच्चों को हो रहे शैक्षिक नुकसान के मुद्दे को प्रमुखता से उठाया था. 

*  आम आदमी पार्टी ने विभागीय शिक्षा उपसंचालक को  भेजे पत्र में साफ कहा की जब अंग्रेजी स्कूलों को सरकार मान्यता देती है तो उन्हें सरकार के सारे नियमों का पालन करना पडता है. लेकिन  संस्थाचालक अनट्रेंड शिक्षकों को कम पैसों पर नियुक्त करने लगे है.  शिक्षकों की व्यक्तिगत मान्यता शिक्षा विभाग से लेना जरूरी होने के बावजूद जालना में ऐसा नहीं हो रहा है. जिसमें शिक्षा विभाग की लापरवाही भी शक के घेरे में है.  इससे शिक्षा का स्तर तो गिर ही रहा है अब बच्चों का मनोविज्ञान समझे बगैर ही उन पर तानाशाही करने की प्रथा बढ़ने के कारण बच्चे गलत कदम उठाने लगे है.

* सिर्फ आमदनी के लिए चलाए जा रहे है अंग्रेजी स्कूल – फिरोज बागवान

आप के जिला प्रवक्ता फिरोज बागवान ने कहा की शिक्षा कोई व्यवसाय नहीं है लेकिन शहर में कानून की धज्जियां उडाकर शिक्षा का बाजारीकरण कर दिया गया है. इसमें संस्था चालकों के साथ ही शिक्षा विभाग भी उतना ही जिम्मेदार है.  शिक्षकों की मान्यता, स्कूल में मैदान, शौचालयों अन्य सुविधाओं को लेकर शिक्षा विभाग को भी सतर्क रहने की जरूरत है.  

उन्होंने कहा की, लाखों रुपए खर्च  कर अंग्रेजी स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चे आईएएस या आईपीएस जैसी परीक्षाओं में सफल क्यों नही हो रहे है? अप्रशिक्षित और बिना जिप की मान्यता प्राप्त शिक्षकों की कम वेतन पर की जाने वाली नियुक्ती ही इसके लिए जिम्मेदार है.  आम आदमी पार्टी अब दिल्ली की ही तरह जालना में भी शिक्षा स्तर सुधारने की दिशा में काम करेंगी. जरुरत पडने पर स्कूलों को ताला भी लगा दिया जाएगा. उनकी माने तो जिले में १५० अंग्रेजी स्कूल है जिसमें से ५० को तो मान्यता भी नही है.

* गट शिक्षा अधिकारियों को जारी किया पत्र

इस मामले को गंभीरता से लेते हुए शिक्षा अधिकारी कैलाश तादखिल ने जालना जिले के सभी गट शिक्षा अधिकारियों को अपने इलाकों में कार्यरत सभी अंग्रेजी माध्यम की स्कूलों की जांच करने को कहा है तथा नियमों का पालन नहीं करने वाले स्कूलों पर कार्रवाई करने के निर्देश दिए है. 

* कार्रवाई नहीं हुई तो होगा आंदोलन

इस बीच आम आदमी पार्टी ने कहा की अब यदि शिक्षा विभाग केवल दस्तावेजी कार्रवाई करेगा तो वह चलेगा नहीं. इस मामले को लेकर जांच समिति का गठन किया जाए जिसमें आम आदमी पार्टी के पदाधिकारियों के साथ ही शहर के शिक्षा विशेषज्ञों का भी समावेश किया जाए. इस समिति के माध्यम से जांच कर अहवाल बनाया जाए ताकि गैरकानूनी काम करने वाले शैक्षिक संस्थानों पर लगाम लगाई जा सके. यदि ऐसा नहीं किया गया तो बडा आंदोलन किया जाएगा. यह चेतावनी जिला प्रवक्ता फिरोज बागवान,  शहराध्यक्ष तनूज बाहेती, शकील बागवान, शेख नसीमुद्दीन, योगेश अल्लापल्ली, शहर सचिव समीर शेख ने दी है.