
राशन अनाज वितरण में हो रहे भ्रष्टाचार की पोल खोलना जरुरी
* एण्टी करप्शन कमेटी ने जनता से शिकायत करने का किया आह्वान
जालना: जालना शहर और जिले में राशन की कालाबाजारी बड़े पैमाने पर हो रही है. गरीब जनता को कम अनाज देकर उनकी गरीबी का मजाक उडाने का काम कुछ राशन दुकानदार कर रहे है. ऐसे में यदि लाभार्थियों को उनके अधिकार के अनाज से आधा किलो भी कम मिले तो उन्हें आवाज उठाकर शिकायत करनी चाहिए. यह आह्वान एण्टी करप्शन एंड क्राइम कंट्रोल कमेटी के जिलाध्यक्ष साद बिन मुबारक ने किया.
इस संदर्भ में उन्होंने बताया की गरीबों की बढ़ती शिकायतों के बाद उन्होंने आपूर्ति विभाग से सूचना के अधिकार के तहत जानकारी मांगी थी. जिससे पता चलता है कि जालना जिले में २४३ राशन दुकाने है तथा जालना शहर में ७६ दुकाने है. यह भी सच है की जब भी राशन सरकार द्वारा मिलता है वो पूरा का पूरा मिलता है. लेकिन कुछ राशन दुकानदार बहाने बनाकर लाभार्थियों को कम अनाज देते है तथा स्टॉक कम आने की बात कहते है. जबकि ऐसा कुछ भी नही मालपुरा आता है.
उन्होंने जनता से अपील की है की यदि कोई राशन दुकानदार कम चावल, या कम मात्रा में गेहूं देता है तो इसकी लिखित शिकायत की जाए या फिर एण्टी करप्शन कमेटी से संपर्क कर ताकि दोषियों पर कानूनी कार्रवाई की जा सके.
साद बिन मुबारक ने बताया कि राशन के अनाज के कई गोदामों पर पिछले दिनों पुलिस ने कार्रवाई की थी लेकिन कई मामलों में आपूर्ति विभाग की लापरवाहियों के कारण असली दोषियों को पकडा नही जा सका था. अब जरुरी है की आपूर्ति विभाग के भ्रष्टाचारियों और भ्रष्ट राशन दुकानदारों को गरीबों को सताने के चलते सलाखों के पीछे भेजा जाए.
* नवंबर माह में इतने राशन का हुआ था आवंटन

प्राधान्य कुटुंब लाभार्थी योजना के तहत प्रत्येक लाभार्थी को ३ किलो चावल और २ किलो गेहूं मिलता है. अंत्योदय अन्न योजना के तहत प्रत्येक परिवार को २० किलो चावल और १५ किलो गेहूं मिलता है. प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के तहत प्रत्येक लाभार्थी को ३ किलो चावल और दो किलो गेहूं उपलब्ध करवाया गया था.
साद बिन मुबारक का कहना है की यदि लाभार्थियों को इससे कम अनाज दिया गया तो संबंधीतों पर कार्रवाई जरूरी है. यदि किसी राशन दुकानदार ने कम राशन दिया है तो उससे लिखकर ले वो लिखकर नहीं देता है तो शिकायत करें.
