
अनशन स्थल पर महिला की मौत, परिजनों में गुस्सा
जालना: जालना जिलाधिकारी कार्यालय के सामने पिछले ४० दिनों से अनशन पर बैठे रिश्देतारों को मिलने पहुंची ८५ वर्षीय महिला की रविवार की रात को उपोषण स्थल पर मौत हो गई. इस घटना के बाद परिजनों में रोष देखा गया. परिजनों ने आज करीब ४ घंटे तक महिला की लाश को जिलाधिकारी कार्यालय के समक्ष उपोषण स्थल पर रख संबंधीतों पर तत्काल कार्रवाई की मांग की. मृतक महिला का नाम कस्तुरबाई गायकवाड बताया गया.

प्राप्त जानकारी के अनुसार वनमालाबाई राजेंद्र गायकवाड़ की नाबालिग लडकी को धमकाने तथा उसका विनयभंग करने के मामलें में संबंधित औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान (आयटीआय) के प्राचार्य और कर्मचारियों पर मामला दर्ज करने की मांग को लेकर वनमालाबाई अपने रिश्तेदारों के साथ अनशन पर बैठी थी.
इस बीच रविवार की रात को वनमालाबाई की सांस कस्तुरबाई गायकवाड भी उपोषण स्थल पर परिजनों को मिलने पहुंची थी तथा वही रुक भी गई. अचानक उसके छाती में दर्द शुरू हो गया जिसके बाद परिजन उसे तत्काल अस्पताल ले पहुंचे लेकिन वहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया.

सोमवार की सुबह मृतक के परिजन महिला की लाश को लेकर एक बार फिर जिलाधिकारी कार्यालय के सामने अनशन स्थल पर पहुंचे तथा आय टी आय के प्राचार्य और संबंधित कर्मचारियों पर कार्रवाई करने की मांग की. उपविभागीय पुलिस अधिकारी नीरज राजगुरु, तहसीलदार श्रीकांत भुजबल, पुलिस निरीक्षक सैयद मजहर ने इन लोगों को समझाने का प्रयास किया. करीब चार घंटे बाद मामला शांत हुआ. पुलिस द्वारा संबंधीतों पर कार्रवाई करने का आश्वासन देने के बाद परिजन कस्तुरबाई को अंत्यसंस्कार की विधि पूरी करने के लिए घर ले गए.
* गायकवाड और आयटीआय में भूखंड को लेकर है विवाद
सूत्रों की मानें तो गायकवाड़ परिवार और आयटीआय के बीच जमीन के एक टुकड़े को लेकर विवाद है. जिस पर अदालत ने जैसे थे का आर्डर देते हुए दोनों ही पक्षों के जमीन के विवाद में हस्तक्षेप नहीं करने के निर्देश दिए है. लेकिन इस बीच ८ नवंबर को मुख्याध्यापक और दो शिक्षक एक सेवक के साथ मौके पर पहुंचे. इन लोगों ने फरियादी को धमकाया तथा उसकी नाबालिग लड़की का विनयभंग किया.
इन लोगों पर पुलिस थाने में मामला दर्ज करने की मांग को लेकर गायकवाड़ परिवार जिलाधिकारी कार्यालय पर अनशन पर बैठा हुआ था. रविवार की रात को हादसा हो गया.

* चंदनझिरा पुलिस थाने में मामला दर्ज
इस बीच आज चंदनझिरा पुलिस थाने में मुख्याध्यापक प्रविणकुमार उखलीकर सहित अन्य तीन कर्मचारियों के विरुद्ध धमकाने और विनयभंग करने का मामला दर्ज कर लिया गया है.