
गुवाहाटी जाने वालों को खोखे और पार्टी में शामिल होने वालों को समृद्धि के नाके – विधायक कैलाश गोरंट्याल
* उद्घाटन के पहले समृद्धी का उपयोग करने वालों पर मामले दर्ज करने की मांग
* शीतकालीन सत्र में विधानसभा में विधायक गोरंट्याल ने उठाया मुद्दा
जालना: विधायक कैलाश गोरंट्याल ने नागपुर में चल रहे विधानसभा के शीतकालीन सत्र में बुधवार को कई मुद्दे उठाए. इस समय उन्होंने ने सरकार पर आरोप लगाया की समृद्धी महामार्ग को बनाने में निकृष्ट दर्जा के सरिए और सीमेंट का उपयोग किया गया है. उन्होंने अपने चिर परिचित अंदाज में कहा कि जो लोग गोहाटी गए थे उन्हें खोखे (करोड़ों) मिले जबकि जो लोग रोते हुए शिंदे गट में शामिल हुए उन्हें खुश करने के लिए समृद्धि के नाकों के ठेके दिए गए.
इतना ही नहीं उन्होंने मांग करते हुए कहा की समृद्धी महामार्ग के निकृष्ठ निर्माण के जिम्मेदार तथा महामार्ग के उदघाटन के पहले ही जिन लोगों ने इसका उपयोग किया उन पर मामले दर्ज किए जाए. उन्होंने सभी को खुली चुनौती देते हुए कहा की यदि कोई उन्हें गलत साबित करता है या जो वोे विधानसभा में बोल रहे है उसमें जरा सा भी झूठ होगा तो वे तत्काल अपने पद से इस्तीफा दे देंगे.
नागपुर में चल रहे विधानमंडल के शीतकालीन सत्र में बुधवार की देर शाम विधायक कैलाश गोरंट्याल ने आक्रामक अंदाज में विभिन्न मुद्दों पर सदन का ध्यान आकर्षित किया. अपनी बात की शुरुआत उन्होंने अपने चिरपरिचित अंदाज में शेर पढ़कर की.
सालिका जिनको सिखाया था हमने चलने का, वो लोग आज हमें दांए – बांए करने लगे,
लहूलुहान पड़ा था, जमीन पर एक सुरज,
परिंदे अपने परों से हवा करने लगे.
* स्क्रैप से बने स्टील का उपयोग समृद्धी महामार्ग के निर्माण में किया गया
उन्होंने कहा की जालना और बदनापुर की दो तहसीलों से गुजरने वाले समृद्धी महामार्ग के काम में भ्रष्टाचार हुआ है तथा बी ग्रेड की सामग्री का उपयोग हुआ है. जो सरिए इस मार्ग को बनाने में उपयोग किए जाने चाहिए थे उनका नहीं बल्कि भंगार से बनाए गए बी ग्रेड के सरिए उपयोग में लाए गए, सिमेंट भी ग्रेट का उपयोग किया गया है. जिस मार्ग की उम्र १०० वर्ष होनी चाहिए थी वो ५० वर्ष भी टिक नहीं पाएगा. उन्होंने कहा की जालना स्टील नगरी है तथा यहां के कारखाने भंगार यानी की स्क्रैप का उपयोग करते है. यहां के स्टील से सड़क का निर्माण हुआ है. जबकि होना यह चाहिए था की शुद्ध आर्यन ओर से बनाए गए स्टील का उपयोग किया जाता.
* उद्घाटन से पहले उपयोग कर समृद्धी महामार्ग को पनौती लगा दी
दशहरा सभा में मुंबई की दिशा में जाने के लिए जालना से ४०० गाड़ियों के काफिले ने प्रधानमंत्री द्वारा मार्ग के उद्घाटन से पहले ही इस रास्ते का उद्घाटन कर दिया तथा इस काफिले के बारह वाहन दुर्घटनाग्रस्त हो गए. इन लोगों ने उद्घाटन के पहले ही पनौती लगा दी. इसलिए इन सभी पर पुलिस थाने में मामले दर्ज किए जाए.
* अर्जुन खोतकर को समृद्धी के नाके देने का आरोप
विधायक कैलाश गोरंट्याल ने आरोप लगाते हुए साफ शब्दों में कहा की शिंदे गट में शामिल होने वाले रोते धोते हुए इस दल से जुडे थे. इन लोगों को खुश करने के लिए ही समृद्धी महामार्ग के सभी टोल नाको पर वसूली का ठेका इन्हें दिया गया है. जालना के पूर्व मंत्री अर्जुन खोतकर को नागपुर से शिर्डी तक के नाके देने का आरोप इस समय उन्होंने लगाया. इस महामार्ग का नाम समृद्धी रखा गया है लेकिन यह समृद्धी किसकी हो रही है यह सभी को पता है. आरोप गलत साबित होने पर इस्तीफा देने की चेतावनी भी विधायक गोरंट्याल ने दी.
* नांदेड- जालना मार्ग को स्व शंकरराव चव्हाण का नाम दिया जाए
सभागृह में विधायक कैलाश गोरंट्याल ने मांग उठाते हुए कहा की समृद्धी महामार्ग को नांदेड़ से जोड़ने के लिए बनाए जा रहे जालना- नांदेड समृद्धी महामार्ग को पूर्व मुख्यमंत्री स्व शंकरराव चव्हाण का नाम दिया जाए.
* पुणे- औरंगाबाद ६ पदरी रास्ता जालना तक बढ़ाया जाए

इस समय विधायक कैलाश गोरंट्याल ने कहा की पुणे से औरंगाबाद तक ६ पदरी रास्ता बनाने की घोषणा केंद्रीय मंत्री नितीन गडकरी ने की है. जालना औद्योगिक नगरी है तथा यहां पर बडे बडे प्रकल्प के रूप में ड्रायपोर्ट शामिल है. स्टील और बीज की राजधानी जालना है. इसलिए पुणे- औरंगाबाद ६ पदरी रास्ते को जालना तक बढ़ाया जाए. सरकार इस तरह का प्रस्ताव बनाकर इसे मंजूरी के लिए केंद्रीय मंत्री नितीन गडकरी के पास भेजे.