देश भर में सबसे ज्यादा पुरस्कार महाराष्ट्र को

* हस्तीमल बंब ४ पुरस्कारों से सम्मानित

* उदयपुर में भारतीय जैन संघटना का दो दिवसीय राष्ट्रीय अधिवेशन संपन्न

जालना: भारतीय जैन संघटना का दो दिवसीय राष्ट्रीय अधिवेशन राजस्थान के उदयपुर में १७ और १८ दिसंबर को संपन्न हुआ. इस अधिवेशन में देश भर में उत्कृष्ट कार्य करने वाले राज्य और शाखाओं को पुरस्कार प्रदान किए गए. देश में महाराष्ट्र को सबसे अधिक पुरस्कार मिले. प्रदेश अध्यक्ष हस्तीमल बंब को चार पुरस्कारों से नवाजा गया. 

इस राष्ट्रीय अधिवेशन में संस्थापक शांतिलाल मुथ्था, राष्ट्रीय अध्यक्ष राजेन्द्र लुंकड के नेतृत्व में  महाराष्ट्र, कर्नाटक, गुजरात, छत्तीसगढ़, आंध्रप्रदेश, तेलंगणा, तमिलनाडु, राजस्थान, उत्तरप्रदेश, मध्यप्रदेश, पंजाब, दिल्ली, जम्मू-कश्मीर, झारखंड, पं. बंगाल, गोवा आदि राज्यों के महिला और पुरुष कार्यकर्ता, सरकारी  अधिकारी, लोकप्रतिनिधी, देश-विदेश के उद्योजक और मान्यवर बडी संख्या में उपस्थित थे. 

विशेष रुप से केंद्रीय मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत,  नितिन गडकरी, कपील पाटील, गोवा राज्य के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत, महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस, राजस्थान विधान सभा विरोधी पक्ष नेता गुलाबचंद कटारिया, राज्यसभा सदस्य  वीरेंद्र हेगड़े, राजस्थान विधानसभा के स्पीकर डॉ सीपी शाह, उद्योगपती फोर्स मोटर्स के अभय  फिरोदिया, वल्लभ भंसाली, जितो के राष्ट्रीय अध्यक्ष अभय श्रीश्रीमाल, बैंगलोर जैन यूनिवर्सिटी के डॉ चैनराज जैन, संदीप जैन, मधु जैन, अरुण जैन,  प्रदीप राठोड, अमेरिका स्थित वॉशिंगटन के उद्योजक  जैन साहब आदि मंच पर उपस्थित थे. 

दो दिन तक चले इस शिविर में  समाज उत्थान, जरूरतमंदों और अनाथों के लिए सामाजिक और शैक्षिक उपक्रमों के साथ ही राष्ट्र निर्माण आदि को लेकर चिंतन मनन कर जरुरी निर्णय लिए गए. आगामी १० वर्ष की रूपरेखा का प्रस्ताव पारित किया गया. इस समय सभी राज्य के अध्यक्षों ने अपने अपने राज्यों में किए गए कार्यों का अहवाल प्रस्तुत किया. 

फोटो: राजस्थान के उदयपुर में अखिल भारतीय जैन संघटना का दो दिवसीय राष्ट्रीय अधिवेशन संपन्न हुआ. इस समय राज्य अध्यक्ष के रूप में हस्तीमल बंब को विविध चार पुरस्कारों से नवाजा गया. 

* लड़कियों के सक्षमीकरण अभियान को लेकर महाराष्ट्र भर में २४६ शिविरों का आयोजन किया गया. जिसको लेकर महाराष्ट्र को प्रथम पुरस्कार मिला. अल्पसंख्यक के रूप में समाज के विशेष कर गरीब और जरूरतमंद विद्यार्थियों के लिए ६३ शिविरों का आयोजन कर १४००५ जरूरतमंदों को लाभ दिया गया. इस मुहिम को लेकर भी महाराष्ट्र को प्रथम पुरस्कार मिला. जलसंधारण अभियान के तहत तालाबों और नदियों का गहरीकरण कर गाल निकालने का काम भी राज्य में बड़े पैमाने पर किया गया. इसका भी प्रथम पुरस्कार महाराष्ट्र को मिला. कोरोना संकट काल में मानव सेवा कर अनाथ हुए बच्चों का पालन-पोषण, स्वास्थ्य शिविर, वधू वर सम्मेलन, विधवा पुनर्विवाह, रक्तदान शिविर, नियमित राज्य स्तरीय सभाए, राज्य स्तरीय संपर्क दौरे आदि विविध उपक्रमों को सफलता पूर्वक चलाने को लेकर भी महाराष्ट्र को पुरस्कृत किया गया. राज्य अध्यक्ष हस्तीमल बंब को सभी पुरस्कार मान्यवरों के हाथों प्रदान किए गए. 

देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस अधिवेशन में शामिल लोगों को शुभकामनाओं का संदेश भेजा. 

पुरस्कार कमेटी के प्रमुख सुरेश कोठारी ने विशेष परिश्रम किया. सूत्रसंचालन पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रफुल्ल पटेल ने किया. आभार राजस्थान प्रदेश अध्यक्ष राजकुमार फत्तावत ने माना. 

महाराष्ट्र को मिले सम्मान का जवाब देते हुए प्रदेशाध्यक्ष हस्तीमल बंब ने कहा की राज्य भर की शाखाओं की मेहनत से ही यह संभव हो सका है. यह कार्य करते समय उन्हें जालना जिले का विशेष सहयोग मिला है. उन्होंने राज्य  सचिव अभय सेठिया, जिलाध्यक्ष दिनेश राका, शहर अध्यक्ष संतोष मुथ्था, महिला अध्यक्षा  नीता मुथ्था, पवन सेठिया, धनराज जैन, ताराचंद कुचेरिया, प्रकाश बोरा, नरेन्द्र मोदी, विजय सुराणा का नाम लेकर कहा की इन सभी लोगों ने विभिन्न उपक्रमों को सफल बनाने में बड़ी भूमिका निभाई है.