
अकर्षक भूखंड की खरीदी-बिक्री शुरू करने की मांग
जिलाधिकारी को शहर के प्लाट धारकों ने सौंपा ज्ञापन
जालना: जालना शहर के सहाय्यक दुय्यम निबंधक कार्यालय क्रमांक १ और २ में तहसील अकृषक भूखंड और एसडीएम अकृषक भूखंड की खरीदी विक्री शुरु करने की मांग को लेकर जलना शहर और परिसर के प्लॉट धारकों ने जालना जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपा.

ज्ञापन में कहा गया है की ऐसे भूखंडों की खरीदी- बिक्री नही हो पाने के कारण लोगों को आर्थिक और मानसिक परेशानी का सामना करना पड रहा है. यह भी कहा गया कि वर्ष १९८५ से १९९५ तक जालना शहर के लिए किसी भी तरह की टीपी मंजुरी नही थी. क्योंकि उस समय शहर के लिए टीपी की सुविधा नहीं थी. उस दौरान संबंधित तहसील और एसडीएम कार्यालय द्वारा प्राप्त अकृषिक भूखंड को जिलाधिकारी कार्यालय द्वारा ही सही और सिक्का देकर मंजुरी किया जाता था.

ज्ञापन में बताया गया कि इस तरह के भूखंड पर अब ७० प्रतिशत लोग घर बनाकर रह रहे है. भूखंडों की नए से टीपी अकृषक इजाजत लेने संभव नहीं होने के कारण परेशानी बढ़ गई है.
ज्ञापन में यह भी कहा गया कि यदि ८ दिन के भीतर अकृषिक भूखंडों की खरीदी बिक्री शुरु नही की गई तो प्लॉट धारक जिलाधिकारी कार्यालय के सामने धरना आंदोलन करेंगे. जिसकी सारी जिम्मेदारी प्रशासन की होगी.
ज्ञापन पर रहीम खान, सादिक खान, रवी महस्के, निवृत्ती जाधव, ताराचंद पवार, अविनाश राठौड़, प्रकाश चव्हाण, अर्जुन गिराम, शेख जमील सहित दर्जनों के हस्ताक्षर है.