
जिले में गुटखा की बिक्री में हो रहा इजाफा
* अन्न व औषध प्रशासन गहरी नींद में
जालना: जालना शहर और जिले में गुटखा की अवैध बिक्री जोरों पर चल रही है. किसी भी तरह की कार्रवाई नहीं होने के कारण एक बार फिर शहर के रास्तों पर गुटखा पुडिया का कचरा बड़े पैमाने पर नजर आ रहा है. महाविद्यालयीन छात्र भी इसके शौक को अपनाते नजर आ रहे है.

अन्न व औषध विभाग द्वारा किसी भी तरह की कार्रवाई नहीं होने के कारण गली मोहल्ले की किराना दुकानों में भी खुलेआम इसकी बिक्री हो रही है. इस मामले में एण्टी करप्शन एंड क्राइम कंट्रोल कमेटी के जिलाध्यक्ष साद बिन मुबारक ने जिलाधिकारी को ज्ञापन देकर गुटखा विक्रेताओं के गिरोह के विरुद्ध कार्रवाई करने की मांग की है.
इस संबंध में जिलाधिकारी को दिए ज्ञापन में साद बिन मुबारक ने कहा है कि सरकार ने पूरे राज्य में गुटखा की बिक्री पर प्रतिबंध लगा दिया है. दरअसल सरकार ने युवा पीढ़ी के स्वास्थ्य पर पड़ने वाले प्रतिकूल प्रभाव को ध्यान में रखते हुए इन प्रतिबंधों को लागू किया है. लेकिन जालना शहर और जिले में बड़े पैमाने पर उपलब्ध है, ऐसे लग रहा है मानों जालना में गुटखा के प्रतिबंध पर छूट दी गई है.

गुटके की बिक्री बढ गई है यह देखना है तो शहर की सड़कों पर फैले गुटका पुडिया के ढेर साफ कहते है की शहर में गुटखा खुलेआम बिक रहा है. कोई भी पान टपरी हो या किराणा दुकान हो मांग लो गुटका मिल जाएगा.
गुटका विक्रेताओं के खिलाफ कार्रवाई करने की जिम्मेदारी अन्न व औषध विभाग की होती है लेकिन जालना में गुटके की जो कार्रवाई हो रही है वो यहां के गुटका माफियाओं या विक्रेताओं पर नहीं बल्कि एक राज्य से दूसरे राज्य की ओर जाने वाले गुटके के स्टॉक को पकड कर की जा रही है. लेकिन जो स्टॉक रेल या अन्य साधनों के तहत शहर और ग्रामीण इलाकों में फैले नेटवर्क के जरिए गुटखा पहुंच रहा है. उसपर किसी की कोई कार्रवाई नहीं होने के कारण इन लोगों का नेटवर्क काफी बढ़ गया है.