साप्ताहिक मवेशी (भैंस) बाजार शुरू करने की मांग

* शिवसेना (ठाकरे गुट) ने जिलाधिकारी को सौंपा ज्ञापन

जालना: लंपी रोग केवल गाय और बैल में देखा जा रहा है. इसलिए बंद किए गए साप्ताहिक मवेशी बाजार में भैंसों की खरीदी-बिक्री की अनुमति देने की मांग को लेकर  शिवसेना की ओर से  जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपा गया.

ज्ञापन  में बताया गया कि पिछले 3 माह से जिले के साप्ताहिक बाजार पशुओं के लंपी  रोग के कारण बंद हैं, लेकिन अब जालना जिले में पशुओं में लंपी रोग का प्रसार कम है.

फोटो: साप्ताहिक जानवर बाजार केवल भैंसों के लिए खोले जाने की मांग को लेकर जिलाधिकारी को सोमवार के दिन ज्ञापन सौंपा गया. 

जानवरों  साप्ताहिक बाजार में गाय-बैल की खरीद-फरोख्त न के बराबर होती है. इसलिए जालना में जानवर बाजार में  केवल भैंसों के क्रय-विक्रय के लिए ही साप्ताहिक बाजार शुरू करने की अनुमति दी जाए.

ज्ञापन कहा गया है कि भैंसों की बिक्री बंद होने से सभी किसान व व्यापारी, दुग्ध व्यवसायी आर्थिक रूप से परेशान हो रहे हैं.उनकी रोजी-रोटी भैंसों पर निर्भर है और चूंकि लंपी रोग सिर्फ गायों और बैलों में ही देखा जा रहा  है,  इसका भैंसों पर  कोई असर नहीं होता है.  इसलिए जानवर बाजार में भैंसों की खरीदी बिक्री की अनुमति दी जाए. 

यह ज्ञापन शिवसेना  उद्धव बालासाहेब ठाकरे गुट के जिला प्रमुख भास्करराव आंबेकर के मार्गदर्शन में जिलाधिकारी को दिया गया. इस समय उपजिल्हा प्रमुख बाबुराव पवार, शहर प्रमुख दुर्गेश काठोठीवाले, शहर प्रमुख बाला परदेशी, घनश्याम खाकीवाले, गणेश तरासे, चेतन भुरेवाल, सुरेश गंगासागरे, धन्नुलाल भगत, कन्हैयालाल काठोठीवाले, रामअप्पा परडकर, लखन अप्पा, दत्ता खरजुले, मोहन सेठ, गजानन गिराम, शेख शफीक, युसुफ कुरैशी, लाल सेठ, अर्जुन भगत, जय भगत, घनश्याम भुरेवाल, नंदू सेठ, के साथ ही व्यापारी, पशुपालक और किसान बड़ी संख्या में उपस्थित थे.

फोटो: साप्ताहिक जानवर बाजार केवल भैंसों के लिए खोले जाने की मांग को लेकर जिलाधिकारी को सोमवार के दिन ज्ञापन सौंपा गया.