
गांधीनगर वासी चक्का जाम आंदोलन के मूड में
शहर में चारों ओर फैली गंदगी
* मुख्याधिकारी ने स्वच्छता निरीक्षकों को दी कारण बताओं नोटिस
जालना: जालना शहर में सफाई कर्मचारियों विशेषकर स्वच्छता निरीक्षकों की मनमानी कार्यप्रणाली के कारण शहर में जगह जगह पर गंदगी का आलम है. शहर के गांधीनगर में स्थिति बत्तर होती जा रही है. ईदगाह रहमानिया के पास स्थित कब्रिस्तान के सामने शहर भर की गंदगी डंप किए जाने से नाराज परिसर के लोग अब हाईवे पर चक्का जाम करने के मूड में है.
* अतिक्रमण और सफाई को लेकर स्वच्छता निरीक्षकों को कारण बताओं नोटिस

जालना शहर में जगह-जगह अतिक्रमण और अवैध निर्माण कार्य के कारण नागरिक परेशान हो चुके है. ऐसे में सफाई विशेष कर नालियों की सफाई नहीं होने के कारण स्थिति बत्तर होने लगी. शहर के आलीशान मोहल्लों में घंटा गाड़ियां नियमित पहुंचे तो रही है लेकिन नालियों की सफाई के अभाव में छोटे मोहल्ले, गली कूचों और झोपडपट्टी परिसर के लोग परेशान है. ऐसे में न प मुख्याधिकारी ने चार दिन पहले सभी स्वच्छता निरीक्षकों को कारण बताओं नोटिस जारी कर स्पष्टीकरण मांगा है.

* नोटीस को गंभीरता से लेने की प्रथा ही नहीं है
बता दे कि जालना नगर पालिका की यह परंपरा है की जब सभी तरफ से आवाज उठती है या फिर जिलाधिकारी और विभागीय आयुक्त से पत्र मिलते है तो नप अपनी साख बचाने के लिए नोटिस जारी कर हात उठा लेती है. स्वच्छता और अतिक्रमण के मामले में भी यही देखने को मिल रहा है.
* गांधीनगर में कब्रिस्तान के पास डंपिंग के विरोध में उठने लगे सूर

जालना शहर भर के कचरे को घण्टा गाड़ियों की मदद से शहर के बाह रेवगाव रोड के डंपिंग ग्राउंड पर फेंका जाता है. लेकिन पिछले लंबे समय से कर्मचारी डंपिंग ग्राउंड तक जाने के बजाए रास्ते में ही गांधी नगर स्थित ईदगाह रहमानिया के पास कब्रिस्तान की कंपाउंड वॉल के सामने डालने लगे है. अब कचरा गेट के सामने से होकर भीतर भी जाने लगा है. कुछ दिन पहले सुबह सुबह लोगों ने पूर्व सभापति अकबर खान और समाजसेवी अमजद खान के नेतृत्व में आंदोलन कर घण्टा गाड़ियों को यहां कचरा डालने नहीं दिया था.
इस बीच वादे के मुताबिक आठ दिन में पूरा कचरा उठाने के बजाए सफाई कर्मचारी अब दोबारा रास्ते पर ही कचरा डालने लगे है. अमजद खान ने कहा कि एक तो गांधी नगर में नप द्वारा कोई सुविधा नहीं मिल रही है. रास्ता भी आधा अधूरा बनाकर छोड दिया गया है. कब्रिस्तान में गंदगी जाने से लोगों की भावनाएं आहत हो रही है. यदि मुख्याधिकारी संतोष खांडेकर अब इस मामले को हल नहीं करेंगे तो जनता को साथ लेकर हाईवे पर चक्का जाम आंदोलन किया जाएगा.
