अब जालना के उद्योगपतियों ने देश को टीबी मुक्त करने का संकल्प लिया

* उपचाराधीन रोगियों को शुष्क पोषक आहार वितरण कार्यक्रम देश का ऐसा पहला उपक्रम

* तीन साल तक पोषण वितरण की बनाई योजना

जालना: समाज सेवा की बात हो और जालना के उद्योगपति पीछे रहे यह संभव ही नही है. कोरोना काल में ऑक्सीजन की कमी के बाद अपने कारखानों को ऑक्सीजन प्लांट में तब्दील कर महाराष्ट्र भर के मरीजों को ऑक्सीजन उपलब्ध करवाने की क्षमता रखने वाले जालना ने अब देश को टीबी मुक्त करने का निराधार किया. इस क्रम में आज प्रधानमंत्री टीबी मुक्त भारत अभियान के तहत जालना जिले को पूरी तरह टीबी मुक्त करने के उद्देश्य से विक्रम टी द्वारा जिले के १०० प्रतिशत रोगियों के लिए जरुरी शुष्क पोषण आहार अपनी तरह का देश का पहला उपक्रम साबित हुआ. 

फोटो: सोमवार को जालना में टीबी मरीजों को शुष्क पोषण आहार किट उपलब्ध करवाए गए. 

जालना के विक्रम टी प्रोसेसर्स प्राइवेट लिमिटेड और जिला क्षयरोग केंद्र द्वारा सोमवार को  जालना में बोरखेड़ी गांव में मालके गणपति मंदिर के पास स्थित कंपनी के परिसर में क्षय रोगियों को जरुरी पोषक आहार के बैग वितरित किए गए. इस कार्यक्रम में जिलाधिकारी डॉ विजय रोठोड ने इस उपक्रम को देश का पहला उपक्रम करार दिया तथा आशा जताई कि ऐसा ही जज्बा रहा तो जालना जिला देश का पहला ऐसा जिला बन जाएगा जो पूरे देश में सौ प्रतिशत टीबी मुक्त होगा.

इस कार्यक्रम में जिला परिषद मुख्य कार्यकारी अधिकारी वर्षा मीना, जिला शल्यचिकित्सक डॉ अर्चना भोसले, जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ विवेक खतगावकर, विक्रम टी प्रोसेसर प्रा.लिमिटेड के रमेशभाई पटेल, भावेशभाई पटेल, उद्योजक सुनिल रायठठ्ठा, जिल्हा क्षय रोग अधिकारी अश्वमेध जगताप सहित मान्यवर उपस्थित थे.  

इस समय जिलाधिकारी डॉ विजय राठौड़ ने कहा कि  जालना जिले के उद्यमी सभी सामाजिक गतिविधियों में सक्रिय रूप से भाग लेते हैं. कोविड के दौरान ऑक्सीजन के उत्पादन में उद्यमियों का बहुत योगदान रहा, इसलिए हम दूसरे जिलों को भारी मात्रा में ऑक्सीजन की आपूर्ति कर पाए. जिले को क्षय रोग मुक्त बनाने के लिए क्षय रोगियों को शुष्क पोषण आहार किट वितरण के आह्वान पर जिले के उद्यमियों ने आगामी 3 वर्ष तक पोषण आहार वितरण करने की योजना बनाई है. क्षय रोग पूरी तरह से ठीक होने वाली बीमारी है. उसके लिए पहले 6 या 9 महीने तक दवाईयों का नियमित सेवन करना पड़ता है और इसके साथ ही इन रोगियों को अच्छा पोषण भी मिलना जरुरी होता है. जालना की जनता के सहयोगियों से यह संभव होगा की जिला देश का सबसे पहला टीबी मुक्त जिला बन जाएगा.  

इस समय विक्रम टी के रमेशभाई पटेल ने कहा कि पोषण वितरण कार्यक्रम जिला प्रशासन और उद्यमियों के सहयोग से ही पूरा हो सका है. प्रधानमंत्री के क्षय रोग मुक्त भारत के सपने को साकार करने के लिए उन्होंने मरीजों से दवा के साथ प्रोटीन युक्त आहार लेकर जालना जिले को क्षय रोग मुक्त बनाने की अपील भी की.

 सुत्रसंचालन दीपक रोडिया ने किया तथा  आभार किशोर आगाम ने माना. कार्यक्रम में काजलबेन पटेल, प्राप्तीबेन पटेल, शुभम पटेल, भावेशभाई पटेल, ताराबेन पटेल के साथ ही जिले भर के क्षय रोगी , संबंधित यंत्रणा के अधिकारी कर्मचारी उपस्थित थे.  बताया गया की जालना में उपचार लेने वाले मरीजों की संख्या १ हजार ३९१ है.