मेंहदी कला में महारत हासिल कर बनें आत्मनिर्भर –  भावना शर्मा

जालना: मेहंदी कला अब केवल कला ही नही है बल्कि भारतीय संस्कृति के जतन के दिशा में अब ये यह प्रोफेशन बन चुका है. महिलाओं को चाहिए की वे मेहंदी कला में महारत हासिल कर आत्मनिर्भर बने. यह कहना रहा बेंगलोर की भावना शर्मा का. 

स्थानीय श्रीमती दनकुंवर हिंदी कन्या विद्यालय के स्वर्गीय सेठ जयलालजी सभागृह में  बैंगलोर की  भावना शर्मा द्वारा मेहंदी कला पर एक कार्यशाला का आयोजन किया गया था.  कार्यक्रम का प्रारंभ दीप प्रज्वलित कर किया गया.

कार्यक्रम की मुख्य अतिथि के रूप में चित्रकार सतीश संचेती,  संगीता भगत,  पूजा जाधव आदि उपस्थित थे. 

इस कार्यशाला में भावना शर्मा ने  मेहंदी के बारे में विशेष मार्गदर्शन किया.  मेहंदी के लिए जरूरी सामान और इसे कैसे तैयार करें आदि को लेकर जानकारी दी. सूत्रसंचालन रुक्मिणी मेहंदी आर्ट  दिपीका भुरेवाल ने किया.  

फोटो: मेहंदी कला प्रशिक्षण उत्साह के साथ संपन्न हुआ.