
श्रेयांसनाथ दिगंबर जैन मंदिर में 365 दिनों के भक्तामर विधान का समापन
जालना: शहर के श्री 1008 श्रेयांसनाथ दिगंबर जैन मंदिर में दिगंबर जैन महिला मंडल व जैन समाज के सहयोग से आयोजित 365 दिवसीय भक्तामर विधान सफलतापूर्वक संपन्न हुआ.
4 दिसंबर 2021 से 5 दिसंबर 2022 तक 365 दिनों तक अखंड भक्तामर विधान का आयोजन किया गया. भक्तामर स्त्रोतों में जैन धर्म के तीर्थंकर भगवान आदिनाथ की स्तुति की गई है. शास्त्र के अनुसार मुनि मानातुंगा स्वामी ने अविचल भक्ति और धर्म के प्रति समर्पण के बल पर स्वयं को 48 तालों के बंधन से मुक्त कर लिया. 365 दिवसीय भक्तामर विधान में सुबह सात से नौ बजे तक पूजा-अर्चना की गई, जबकि शाम साढ़े सात बजे तक 48 दीपों की महाआरती की गई. इसमें समाज के सभी परिवारों ने भाग लिया.
सोमवार 5 दिसंबर को सुबह 6 बजे श्रेयांश नाथ दिगंबर जैन मंदिर से शोभायात्रा निकाली गई. ओमप्रकाश पहाड़े, सुरेंद्रकुमार पहाड़े और नरेंद्र पहाड़े परिवार को इंद्र इंद्राणी का सम्मान मिला. संजय लव्हाडे, स्वप्निल लव्हाडे, संदेश लव्हाडे परिवार को शांति धारा का मान मिला.

इस मौके पर संजय लव्हाडे, माणिकचंद कासलीवाल, चत्रभुज छाबड़ा, महावीर लोहाडे, शीखरचंद लोहाडे, नरेंद्र पहाड़े, सुरेंद्र कासलीवाल, सचिन पाटनी, सुधीर पहाडे, योगेश कासलीवाल, अनिल छाबड़ा, आनंद पहाड़े, निलेश कासलीवाल, योगेश पाटनी, सोमेश ठोले, प्रवीण पहाड़े, वैभव मेहेत्रे, संगीता लव्हाडे, कमलाबाई लव्हाडे, शोभादेवी चोविसीया शोभादेवी पाटणी, प्रभा गोधा, कल्पना चोविसीया, शाह, विजया बाकलीवाल, वर्षा छाबड़ा, चंपा लव्हाडे, मंगला गंगवाल, लता- कासलीवाल, सुवर्णा पहाड़े, संगीता पहाड़े, निर्जला गंगवाल, मनोरमा लव्हाडे, धोंडीराम पंडित आदि उपस्थित थे.
