
छत्रपति शिवाजी महाराज से प्रेरणा लेकर वियतनाम ने सुपर पावर अमेरिका को जमीन चटा दी – विधायक गोरंट्याल
छत्रपति शिवाजी महाराज का अपमान करने वाले राज्यपाल को पद से हटाना ही पड़ेगा
* भाजपा और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ को भी खड़ा किया कटघरे में
* जालना में शिवजागर कर कोश्यारी के खिलाफ आंदोलन
* ७ दिसंबर को जालना बंद
जालना: सिर्फ भारत ही नही पुरे विश्व में आराध्य दैवत माने जाने वाले छत्रपति शिवाजी महाराज के राज्यपाल भगतसिंह कोश्यारी द्वारा किया गया वक्तव्य से पूरे राज्य की जनता की भावनाएं आहत हुई है. उनका बयान निंदनीय है, इसके लिए यदि वे नाक रगड़कर माफी भी मांगते है तो भी उसकी माफी नहीं है. छत्रपति का अपमान करने वाले राज्यपाल को पद से हटाना ही पड़ेगा. यह सूर शनिवार को जालना शहर के छत्रपति शिवाजी महाराज प्रतिमा परिसर में सकल मराठा सेवा संघ और सर्वदलीय आयोजित शिवजागर में सुनाई दिया. इस आंदोलन में भाजपा ने भाग नहीं लिया. जिसके चलते भाजपा और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ को भी कटघरे में खड़ा कर तीव्र शब्दों में कटाक्ष किया गया.

राज्यपाल कोश्यारी द्वारा डॉ बाबासाहेब अम्बेडकर मराठवाड़ा विश्वविद्यालय के कार्यक्रम में छत्रपति शिवाजी महाराज के बारे में दिया गया बयान हास्यास्पद नही है बल्कि निंदनीय है क्योंकि जो कुछ भी हो रहा है वो सोची समझी साजिष के तहत हो रहा है तथा महाराष्टÑ के महापुरुषों का अपमान कर महाराष्टÑ की जनता के साथ खिलवाड करने का कार्य किया जा रहा है. जिन्होंने स्वराज्य की स्थापना की, अठरापगढ़ जातियों को अपने साथ लेकर रैयतों का स्वराज्य स्थापित किया, उनके विचार और लक्ष्य कभी पुराने नहीं हो सकते. लेकिन राज्यपाल को महापुरुषों के विचारों से कोई सरोकार ही नहीं. इससे पहले भी भगतसिंह कोश्यारी ने इसी तरह के गलत बयान देकर महात्मा ज्योतिराव फुले और सावित्रीबाई फुले का अपमान किया था. ये सब भाजपा और आरएसएस का षड्यंत्र होने का सूर जालना में शनिवार को आयोजित कार्यक्रम में सुनाई दिया.

इस समय विधायक कैलाश गोरंट्याल ने साफ शब्दों में कहा की राज्यपाल को पद से हटाना ही होगा. यदि केंद्र की भाजपा सरकार इस मामले को गंभीरता से नही लेती है तो ७ दिसंबर को जालना बंद रहेगा तथा उसके बाद पूरे राज्य में सड़कों पर उतरकर आंदोलन किए जाएंगे. डॉ संजय लाखे पाटील ने भाजपा और आरएसएस का जमकर समाचार लिया और राज्य के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को लेकर भी कई सवाल खड़े कर दिए. जिस तरह मंत्रिमंडल की बैठक में स्वातंत्र्यवीर सावरकर के अपमान को लेकर निषेध का प्रस्ताव पारित किया गया था उसी तरह शीतकालीन अधिवेशन में राज्यपाल को हटाने का प्रस्ताव पारित की मांग भी की गई.

इस अवसर पर पूर्व विधायक अरविंद चव्हाण ने भी स्वयं सेवक संघ और भाजपा के रुख की आलोचना की. उन्होंने यह भी कहा कि यह विशेष सुनियोजित साजिश भाजपा द्वारा ही चलाई जा रही है. इस मौके पर शिवसेना के जिलाध्यक्ष भास्कर अंबेकर ने केंद्र सरकार की आलोचना की. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने उद्योजगों के का 10 लाख करोड़ माफ कर दिया है वास्तव में यह सरकार केवल अमीरों की ही है.
इस समय राजेंद्र राख, कल्याण दले, अंकुशराव राऊत, संतोष गाजरे, जिजाऊ ब्रिगेड के जिलाध्यक्ष शीतल तनपुरे, कांग्रेस महिला जिलाध्यक्ष नंदाताई पवार, एड हिवाले, प्रा पोलघट, युवा नेता अक्षय गोरंट्याल, एड कृष्णा पडूल, अरविंद देशमुख, पारस नंद ने भी राज्यपाल का तीव्र शब्दों में निषेध किया.
* छत्रपति शिवाजी महाराज से प्रेरणा लेकर वियतनाम ने सुपर पावर अमेरिका को जमीन चटा दी - विधायक गोरंट्याल
इस समय विधायक कैलाश गोरंट्याल ने कहा कि छत्रपति शिवाजी महाराज की ख्याति देश ही नहीं विदेशों में भी है. वियतनाम, एक ऐसा देश जो आकार और शक्ति के मामले में अमेरिका की तुलना में कहीं नहीं था, लेकिन उसने अमेरिका को हराकर युद्ध जीत लिया था. वेयतनाम ने जो रणनीति बनाई थी उसकी प्रेरणा उन्हें छत्रपति शिवाजी महाराज से ही मिली थी. इसकी घोषणा भी युद्ध जीतने के बाद वियतनाम ने की. इससे हमें छत्रपति शिवाजी महाराज के कार्य और शौर्य का पता चलता है. इतना सब कुछ होने के बावजूद राज्यपाल विश्व के महान राजा का अपमान करते समय जरा सा भी नहीं हिचकिचाए ये रवैया निंदनीय है. इसलिए उनकी हकालपट्टी होना जरूरी है. जालना में ७ दिसंबर को आयोजित बंद में सभी को शामिल होने की अपील भी विधायक कैलाश गोरंट्याल ने की.
