एक समाज को दुत्कार ने और दूसरे को दुलारने का नाम विकास नही – विधायक गोरंट्याल

* अल्पसंख्यक छात्रवृत्ति पहले की ही तरह जारी रखने की मांग को लेकर जालना में सेवादल कांग्रेस के नेतृत्व में आंदोलन संपन्न
* दर्जनों शैक्षिक संगठन, राजनीतिक पार्टियों और सामाजिक संगठनों का समर्थन

जालना: गंगा-जमुनी सभ्यता वाले भारत देश को विकास पथ पर पहुंचाने के लिए कांग्रेस ने सभी समाजों को एक साथ विकास के पुरे मौके प्रदान किए थे लेकिन केंद्र की भाजपा सरकार जो की सबका विकास का नारा देकर सत्ता भी बैठी है ने एक समाज को दुत्कार ने और दूसरे को दुलारने का जो खेल शुरू किया है उससे पूरा देश अब ऊब चुका है. यदि केंद्र सरकार अल्पसंख्यक प्री मैट्रिक छात्रवृत्ति पहले की तरह जारी नहीं रखती है तो फिर कांग्रेस द्वारा सड़कों पर उतरकर आंदोलन किया जाएगा.

यह चेतावनी विधायक कैलाश गोरंट्याल ने दी. जालना जिला कांग्रेस सेवा दल ने केंद्र सरकार द्वारा कक्षा पहली से ८ वी तक की प्री मैट्रिक स्कॉलरशिप बंद कर अल्पसंख्यांक समाज के साथ जो नाइंसाफी की है उसके विरुद्ध जिलाधिकारी कार्यालय पर धरना आंदोलन किया गया. इस आंदोलन का नेतृत्व करते हुए विधायक कैलाश गोरंट्याल ने चेतावनी दी.  इस समय जालना जिलाधिकारी के मार्फत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को ज्ञापन भिजवाया गया.  

फोटो: धरणा आंदोलन में मार्गदर्शन करते हुए विधायक कैलाश गोरंट्याल, इस समय सेवा दल कार्याध्यक्ष अब्दुल रफिक, रहीम तांबोली सहित अन्य. 

इस ज्ञापन में कहा गया कि भारत में मुस्लिम, ईसाई, बौद्ध, जैन और सिख समुदाय के लोगों को अल्पसंख्यक दर्जा प्राप्त है. अल्पसंख्यांक समाज के विद्यार्थियों के लिए प्री मैट्रिक स्कॉलरशिप कांग्रेस सरकार ने शुरु की थी. जिसमें भाजपा ने गलत नीति को अपनाते हुए बदलाव कर कक्षा १ से ८ वी तक के विद्यार्थियों को उनके अधिकार से महरूम रखने का काम किया है. वास्तव में अल्पसंख्यांक समाज को शिक्षा से दूर करने की भाजपा की नीति है. कहा गया की छात्रवृत्ति से जो राशि मिलती थी उसके जरिए गरीब विद्यार्थी पढाई के लिए जरुरी नोटबुक, गणवेश सहित अन्य शैक्षिक सामग्री खरीदते है. सरकार से मांग की गई की निर्णय को तत्काल रद्द कर छात्रवृत्ति योजना को पहले की तरह जारी रखा जाए.  

* मांग पूरी न होने पर बड़े आंदोलन की तैयारी- अब्दुल रफिक

सेवादल जिला कार्याध्यक्ष अब्दुल रफिक ने कहा की आज धरना आंदोलन किया गया है. अब भी यदि मांग मानी नहीं गई तो सेवादल कांग्रेस जालना जिले की सभी अल्पसंख्यक शैक्षणिक संस्थाओं, अल्पसंख्यक विद्यार्थियों और उनके अभिभावकों को साथ लेकर सड़कों पर उतरकर आंदोलन करेंगे. जब तक निर्णय पीछे नहीं लिया जाता आंदोलन जारी रहेगा. 

* इस समय विधायक कैलाश गोरंट्याल के नेतृत्व में ज्ञापन सौंपा गया. इस आंदोलन को जिला अल्पसंख्यक कांग्रेस कमेटी,  झेप शैक्षणिक संस्था, मोहम्मदी एज्युकेशन सोसायटी, अमान एज्युकेशन सोसायटी, नफीस  एज्युकेशन सोसायटी, मोहम्मद अली जौहर शैक्षणिक संस्था, गोदावरी शैक्षणिक संस्था, विद्यार्थी काँग्रेस, घरेलू कामगार संघटना, असंघटित कामगार संघटना व महिला कांग्रेस संगठन का समर्थन मिला. 

इस धरने आंदोलन में कांग्रेस सेवादल के जिला कार्याध्यक्ष अब्दुल रफिक,  राजेंद्र राख, किशन जेथे, सय्यद मुन्शी,  रहीम तांबोली, शेख शमसुद्दीन, शेख रियाज, शेख अब्दुल हमीद, जावेद खान, संगीता कांबले, संगीता डोंगरे, सारिका वरणकर, शेख रिजवान, जावेद बेग, मोहम्मद साहब, सलीम खान, बासेद पटेल, अहमद नूर,अमजद खान,अंसारी काशिफ, मोहम्मद दानिश, अब्दुल वाहिद, शेख इकबाल, शेख अस्लम, राम कुर्हाडे, भागवत घाटे, सय्यद मुश्ताक, अफसर चौधरी, नासेर खान, शेख वसीम आदि के साथ ही डॉ संजय लाखे पाटील, इकबाल पाशा, राजेंद्र राख, शेख महमूद, बदर चाऊस, शाह आलम खान, मो इफ्तिखारुद्दीन, शेख वहीद, अहमद नूर, मिर्जा अनवर, तय्यब बापु देशमुख, वैभव उगले, एड राम कुहाडे, अशोक साबले,  जावेद बेग, फकीरा वाघ, नारायण वाढेकर, शरद देशमुख, अफसर चौधरी, सय्यद मुश्ताक, एड शेख मुज्जमिल, इमरान सिद्दीकी, बासेद कुरैशी, बबलू कुरैशी, संतोष मदन, शेख वसिम, दत्ता घुले, प्रा शेख साबेर, नितिन कानडे, एजाज कासिम, मो इलियास, शेख मुक्तार, अनस चाऊस आदि सहित बडी संख्या में अल्पसंख्यांक समाज के नागरिक उपस्थित थे.