अल्पसंख्यक छात्रवृत्ति को लेकर जालना में होगा आंदोलन

* कांग्रेस सेवादल के नेतृत्व में कई शैक्षणिक संगठन शुक्रवार को उतरेगी सड़कों पर

जालना: केंद्र सरकार द्वारा कक्षा १ ली से ८ वी तक के अल्पसंख्यक विद्यार्थियों की प्री मैट्रिक स्कॉलरशिप को तानाशाह तरीके से अचानक बंद कर दिया. इस निर्णय को रद्द करने की मांग को लेकर शुक्रवार को जालना शहर में कांग्रेस सेवा दल के नेतृत्व में किए जाने वाले आंदोलन को दर्जन भर अल्पसंख्यांक शैक्षणिक संस्थाओं और सामाजिक संगठनों ने समर्थन दर्शाया है.

इस संदर्भ में सेवा दल जिला कार्याध्यक्ष अब्दुल रफिक ने बताया की सेवादल प्रदेशाध्यक्ष विलासराव औताडे के निर्देश पर अल्पसंख्यांकों के अधिकारों के लिए अब बडी मुहीम शुरु की गई है. केंद्र सरकार ने अचानक छात्रवृत्ती बंद की है जिसके चलते राज्य के १० लाख विद्यार्थियों को आर्थिक परेशानी होगी तथा कईयों को तो शिक्षा से भी मुंह मोडना पड सकता है. १५०० की छात्रवृत्ती के लिए गरीब अभिभावकों ने घन्टो कतार में खडे रहकर तथा इंटरनेट कैफे पर ३०० से ४०० रुपए खर्च कर आवेदन प्रक्रिया पूरी की थी. छात्रवृत्ती की राशि को बढाए जाने की उम्मीद सभी को थी लेकिन भाजपा सरकार ने अल्पसंख्यांक विरोधी निती अपनाकर इसे बंद कर दिया.

अब्दुल रफिक:

+91 83293 74052

इसके विरोध में शुक्रवार को जालना में विधायक कैलाश गोरंट्याल के नेतृत्व में दोपहर २ बजे जिलाधिकारी कार्यालय के सामने धरना आंदोलन देकर निर्णय को तत्काल रद्द करने की मांग की जाएगी. इसके बाद भी यदि सरकार बाज नही आयी तो अल्पसंख्यक शैक्षिक संगठनों और अभिभावकों को साथ लेकर सड़कों पर उतरकर बडा आंदोलन किया जाएगा.

शुक्रवार को होने वाले इस आंदोलन में जिन संगठनाओं ने समर्थन दर्शाया है उनमें ह्यूमन चाइल्ड वेलफेयर एण्ड एज्युकेशन सोसायटी, आजाद फाउंडेशन, अंजुमने इशार्त तालीम, उम्मत बचाओ तहरीक, मोहम्मदिया एज्युकेशन सोसायटी, नफीस एज्युकेशन सोसायटी, अमन एज्युकेशन सोसायटी, एनएसयूआई, एमेस्टो, सर सैय्यद अहमद एज्युकेश सोसायटी, कैसरी एज्युकेशन सोसायटी, नेशनल एज्युकेशन सोसायटी , अलफला एज्युकेशन सोसायटी सहित विविध सामाजिक संगठनों ने भी समर्थन दर्शाया है.
सेवादल जिला कार्याध्यक्ष अब्दुल रफिक ने अल्पसंख्यांक स्कूलों के संस्थाचालकों, शिक्षकों और अभिभावकों से अपील की है की शुक्रवार को स्कूल बंद रख इस आंदोलन में बड़ी संख्या में शिरकत करें.