
मौजपुरी में झोलाछाप डॉक्टर के खिलाफ कार्रवाई
तहसील स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. सोनी की टीम ने छापा मारा
मौजपुरी थाने में मामला दर्ज किया
जालना तहसील के भोजपुरी गांव में झोलाछाप डॉक्टर अपनी क्लीनिक खोलकर मरीजों के स्वास्थ्य से खिलवाड़ कर रहा था, आखिरकार आज स्वास्थ्य अधिकारी डॉक्टर सोनी की टीम ने छापामार कार्यवाही करते हुए इन बोगस डॉक्टर विरुद्ध बड़ी कार्यवाही की.
डॉ. सोनी की टीम ने आज 29 नवंबर को सुबह 10 से 11 बजे के करीब गांव में छापेमारी की. जब क्लिनिक का निरीक्षण किया गया तो चौंकाने वाली जानकारी सामने आई. क्लिनिक में स्वास्थ्य के लिए बेहद खतरनाक दवाएं पाई गईं. इस मामले में मौजपुरी थाने में मामला दर्ज किया गया है. फर्जी डॉक्टर का नाम रिपोन शिवनाथ सिकदर है.
कलेक्टर ने स्वास्थ्य अधिकारियों को फर्जी डॉक्टरों का पता लगाने और उनके खिलाफ कार्रवाई करने का आदेश दिया है. कलेक्टर और जिला स्वास्थ्य अधिकारी के मार्गदर्शन में तालुका स्वास्थ्य टीम सक्रिय हो गई है और फर्जी डॉक्टरों के खिलाफ अभियान छेड़ दिया है. टीम के मौजपुरी पहुंचने की सूचना मिलते ही उक्त चिकित्सक भागने ही वाला था कि कुछ नागरिकों के हस्तक्षेप से उसे पकड़ लिया गया और उसके अस्पताल ले जाया गया. अस्पताल जाने के बाद जब टीम ने उससे मेडिकल सर्टिफिकेट मांगा तो उन्होंने नेचुरोपैथी डिग्री का सर्टिफिकेट दिखाया.
इसके बाद जब टीम ने अस्पताल का निरीक्षण किया तो उन्हें नेचुरोपैथी के तहत आने वाली दवाओं के अलावा इस्तेमाल की हुई सुई और एलोपैथी के इंजेक्शन मिले, जो स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हैं. इनमें इंजेक्शन - लैबोरेट 3 मिली 5 शीशी, ज़ोन 1 ग्राम 1 शीशी, डेक्सॉन 30 मिली 1 शीशी, टैब - नेम 100 - 10 टैब शामिल हैं. एलोपैथी की दवाएं रेंटैक 150-10 टैब, बेटन-10 टैब, डेक्सारेक्स 0.5 20 टैब और इंजेक्शन- ऑनडेस्ट्रॉन 2 मिली पाई गई.
तहसील स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. शीतल अरविंद सोनी ने मौजपुरी थाने में शिकायत दर्ज कराई और इस शिकायत के आधार पर फर्जी डॉक्टर के खिलाफ धारा 420 भादवि सहित धारा 33, 3(2) महाराष्ट्र मेडिकल प्रैक्टिशनर्स एक्ट 1961 के तहत मामला दर्ज किया गया है.
