
७ दिसंबर को जालना बंद का आह्वान
* राज्यपाल को पदमुक्त करने की मांग की मराठा क्रांती मोर्चा ने
जालना: युगपुरुष छत्रपती शिवाजी महाराज, महात्मा ज्योतीबा फुले, क्रांतीज्योती सावित्रीबाई फुले इन महापुरुषों का लगातार अपमान करने वाले राज्यपाल भगतसिंह कोश्यारी को केंद्र सरकार तत्काल पद मुक्त करे तथा उनके साथ ही उनके वक्तव्यों का समर्थन करने वालों में मामला दर्ज करने की मांग मराठा मोर्चा के साथ ही विविध संगठनों ने की है. इस मांग को लेकर ७ दिसंबर को जालना बंद का आह्वान भी किया गया है.
मराठा क्रांती मोर्चा के राज्य समन्वयक तथा महाराष्ट्र प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता डॉ. संजय लाखे पाटील, उद्धव बालासाहेब ठाकरे शिवसेना के जिला प्रमुख भास्कर अंबेकर, मराठा क्रांती मोर्चा समन्वयक जगन्नाथ काकडे, जय भीम सेना के संस्थापक अध्यक्ष सुधाकर निकालजे, कांग्रेस जिला कार्याध्यक्ष राजेंद्र राख, शहराध्यक्ष शेख महमूद, संभाजी ब्रिगेड के प्रदेश कोषाध्यक्ष संतोष गाजरे, मराठा महासंघ के जिलाध्यक्ष अरविंद देशमुख, अंकुशराव देशमुख, अंकुशराव राऊत, एड सोपानराव भांदरगे, कांग्रेस जिलाध्यक्ष नंदा पवार के एक शिष्टमंडल ने सोमवार को विविध मांगों को लेकर अपर जिलाधिकारी अंकुश पिनाटे, पुलिस अधीक्षक डॉ अक्षय शिंदे से मुलाकात कर ज्ञापन सौंपा.
ज्ञापन में कहा गया है कि महाराष्ट्र राज्य के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी अपनी नियुक्ति के बाद से लगातार महाराष्ट्र की अस्मिता और महापुरुषों के बारे में विवादास्पद और अपमानजनक बयान दे रहे उनके व्यवहार से जनता की भावनाएं आहत हो रही है. साथ ही भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने जानबूझकर छत्रपति शिवाजी महाराज का अपमान करने वाला बयान दिया है. राज्यपाल भगतसिंह कोश्यारी और त्रिवेदी के बयान का राज्य के उपमुख्यमंत्री के साथ-साथ कुछ अन्य राजनीतिक नेता भी समर्थन कर रहे हैं और जानबूझकर आम लोगों में गलत सोच फैलाने के लिए प्रोत्साहित कर रहे हैं.
राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने अपने बयान पर न तो माफी मांगी और न ही खेद व्यक्त किया. इससे हमारी भावनाएं आहत हुई है. महामहिम के संवैधानिक पद पर आसीन व्यक्ति अगर महाराष्ट्र की जनता के आराध्य देवता और महापुरुष के बारे में लगातार इस तरह के बयान दे रहे है जो लोकतंत्र के खिलाफ है.
ज्ञापन में यह भी कहा गया कि यदि मांग पूरी नही की गई तो ७ दिसंबर को जालना बंद किया जाएगा. इस आंदोलन को विविध संगठनों का समर्थन मिला है. यह भी कहा गया की आंदोलन की पूरी जिम्मेदारी सरकार की होगी.
इस अवसर पर कुणबी युवा संघ के प्रदेशाध्यक्ष एड रामभाऊ कु-हाडे, राकापा शहराध्यक्ष नंदकिशोर जांगडे, संभाजी ब्रिगेड के जिलाध्यक्ष विजय वाढेकर, हरिहर शिंदे, शेख इब्राहिम, राजेंद्र गोरे, सुभाष वायाल , गणेश चांदोडे, ज्ञानेश्वर ताकट, योगेश पाटील, प्रताप देठे, अरुण मगरे, शरद देशमुख, काकासाहेब शेलके, रोहिदास गंगातिवरे, शैलेश देशमुख, अशोक पडूल, शुभम टेकाले, करण जाधव, राजेश मोरे, ज्ञानेश्वर बाबर, प्रा नरसिंह पवार, रावसाहेब गंगाधरे, संतोष चालसे, दिलीप तलेकर, विलास दोडके पाटील, दत्तात्रेय कपाले, परमेश्वर साब्दे विजय कांबले, अंकुश वाढेकर, गणेश शिंदे, संजय देशमुख, रमेश गजर, शरद मांगधरे आदि भी उपस्थित थे.
