
नीरस भरे जीवन में नई उम्मीद और उमंग का काम करता है संगीता – सुनिल रायठठ्ठा
* वाइस आफ जालना स्पर्धा
जालना: इंसान के साथ उसकी भावनाएं जुड़ी होती है इन भावनाओं का बाहर निकलना भी जरूरी है. जब जीवन नीरस होने लगता है तथा उम्मीद दम तोड़ने लगती है ऐसे में जीवन को नई उम्मीद और ऊर्जा से लबरेज करने का कार्य संगीत करता है. अकसर सफल व्यक्ति संगीत से किसी ना किसी तरह जुड़े हुए होते है क्योंकि संगीत उन्हें वो सुकुन देता है जिससे वे नए रास्ते तलाशने में जुट जाते है. यह प्रतिपादन प्रसिद्ध उद्योगपति सुनील रायठठ्ठा ने किया.
जालना जिला सांस्कृतिक मंच द्वारा आयोजित वाइस आफ जालना का क्वाटर फाईनल दौर शनिवार शाम को जालना शहर के आईएमए हॉल में संपन्न हुए. उद्घाटन अवसर पर सुनील रायठठ्ठा ने अपनी बात रखी. इस समय गौतम सिंह मुणोत, डॉ दीपक मंत्री, डॉ आरती मंत्री, रेखा अग्रवाल, सरला अग्रवाल, संगीतकार शैलेंद्र टिकारिया, परीक्षक राजेश जैस्वाल, मृणाली वाहने, मिलिंद दुसे, सिद्धांत टिकारिया आदि प्रमुख रूप से उपस्थित थे.
इस समय सुनील रायठठ्ठा ने कहा की जालना में इस तरह की स्पर्धा का आयोजन होना संगीत प्रेमियों के लिए गर्व की बात है. स्पर्धा में एक से बढ़कर एक हीरे दिखाई दे रहे है इनके हुनर को तराशने का काम होना भी बेहद जरूरी है. शहर में फुलंब्रीकर नाट्यगृह जो की कलाकारों की प्रतिभा निखारने के उद्देश्य से बहुत बड़ा मंच साबित हो सकता है की स्थिति दयनीय है. अब इसके लिए शहर में कलाकारों को एक दबाव गट बनाकर महाराष्ट्र का सबसे आधुनिक नाट्यगृह जालना में स्थापित हो इस दिशा में भी कोशिश करनी होगी.
कार्यक्रम की प्रस्तावना संगीतकार शैलेंद्र टिकरिया ने की तथा कहा कि क्वार्टर फाइनल में ४५ स्पर्धकों ने भाग लिया है. इनमें से चुने गए स्पर्धक सेमीफाइनल में भाग लेंगे. सेमीफाइनल और फाइनल राउंड सोमवार को दोपहर चार बजे दानकुंवर महिला महाविद्यालय में संपन्न होगा. इस समय बॉलीवुड संगीतकार भी मौजूद रहेंगे.

