आज के बच्चे ही कल का भारत बनाएंगे – डॉ एएफ पिंटो

आज के बच्चे ही कल का भारत बनाएंगे – डॉ एएफ पिंटो
* बच्चों के साथ समय बिताना और उनकी बात सुनना जरूरी
* दुनिया की सबसे युवा आबादी वाला देश है भारत


देश के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू जिन्हें चाचा नेहरू के नाम से जाना जाता है ने बड़ी खूबसूरती से कहा था कि आज के बच्चे कल का भारत बनाएंगे. सच्चाई भी यही है की देश के उज्जवल भविष्य के लिए बच्चों को उनका बचपना जीने का पूरा मौका दिया जाए तथा उन्हें एक जिम्मेदार नागरिक बनने के लिए हर स्तर पर मार्गदर्शन किया जाए. यह प्रतिपादन रेयान इंटरनेशनल ग्रुप के संस्थापक अध्यक्ष डॉ एएफ पिंटो ने किया.
बाल दिवस के उपलक्ष्य में सेंट जॉन्स और रेयान इंटरनेशनल स्कूल के बच्चों को शुभकामनाएं देते हुए उन्होंने उपरोक्त बात कही. इस समय उन्होंने स्कूल के स्टाफ और अभिभावकों को भी मार्गदर्शन करने के उद्देश्य से कहा कि बच्चों के प्रति हमारी महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां है. क्योंकि हमारे देश का भविष्य इस बात पर निर्भर करता है कि हम उन्हें भविष्य के लिए कैसे तैयार करते हैं, उनका पोषण करते हैं और उन्हें कैसे सुसज्जित करते हैं. जवाहरलाल नेहरू बड़े कद के राजनेता थे फिर भी वे नीचे झुके और बच्चों के साथ घुलमिल गए क्योंकि उन्होंने उन्हें समय देने और उनके कल्याण को बढ़ावा देने के महत्व को महसूस किया था. बच्चों के लिए उनकी साफ सोच थी की उन्हें उच्च शिक्षा में तथा सम्मान के साथ खडा होने का पूरा मौका मिले. यही वजह है की उनकी जयंती बाल दिवस के रूप में मनाई जाती है.
बच्चे अनमोल रत्न है और उनकी देखभाल बहुत सावधानी और समझदारी से करने की आवश्यकता है. शारीरिक, भावनात्मक, मनोवैज्ञानिक और आध्यात्मिक रूप में उनका पोषण करना बहुत महत्वपूर्ण है. अगर आज हमारे बच्चों की अच्छी देखभाल की जाती है तो कल के भारत में मजबूत नागरिक नेता होंगे.


डॉ एएफ पिंटो ने कहा कि, संयुक्त राज्य अमेरिका के 32वें राष्ट्रपति फ्रैंकलिन डी रूजवेल्ट ने ठीक ही कहा, हम अपने बच्चों के लिए भविष्य तैयार करने में सक्षम नहीं हो सकते हैं, लेकिन हम कम से कम अपने बच्चों को भविष्य के लिए तैयार कर सकते हैं.
उन्होंने कहा कि, गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के माध्यम से 21वीं सदी के कौशल को विकसित करें ? उनके हितों का समर्थन करें और उन्हें उनकी क्षमता का एहसास करने में मदद करें ? उन्हें जीवन के साथ मूल्यों को सिखाएं ? एक सुरक्षित वातावरण प्रदान ताकी वे बचपन का आनंद ले सके. सबसे बढ़कर उन्हें समय दें और उनकी बात सुनें.
शिक्षा के माध्यम से ही बच्चे अपनी पूरी क्षमता का एहसास कर सकते हैं. सरकार शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए पर्याप्त प्रयास कर रही है और नई शिक्षा नीति शिक्षा क्षेत्र में आमूल-चूल बदलाव लेकर आयी है.
भारत में 18 वर्ष से कम आयु के 472 मिलियन बच्चे हैं, जो देश की कुल जनसंख्या का 39% है. शिक्षा और स्वास्थ्य देखभाल के माध्यम से सबसे बड़ी युवा आबादी होने के नाते, भारत में दुनिया के अग्रणी देशों में शामिल होने की पूरी क्षमता है.
इस समय डॉ एएफ पिंटो ने बच्चों का मार्गदर्शन करते हुए कहा कि, बच्चों, तुम भाग्यशाली हो कि तुम्हारे पास असंख्य अवसर हैं, इसका सर्वोत्तम उपयोग करो, और चीजों को हल्के में मत लो क्योंकि बहुत से बच्चे तुम्हारे जितने भाग्यशाली नहीं हैं. वंचित बच्चों के प्रति संवेदनशील रहें. याद रखें कि आप अद्वितीय और अनमोल और प्रिय हैं.
स्कूल में बाल दिवस के उपलक्ष्य में आयोजित होने वाले विविध सांस्कृतिक कार्यक्रमों के जरिए बच्चों के बचपन को सुरक्षित, सुखद और उनके जीवन का एक यादगार चरण बनाने का भी संकल्प लेने की आह्वान उन्होंने किया और कहा कि हमारे बच्चे भारत को दुनिया में एक जीवंत और मजबूत देश बनाने की पूरी ताकत रखते है. इस समय उन्होंने सभी को बाल दिवस की शुभकामनाएं दी.


फोटो: चाह नेहरू की जयंती के उपलक्ष्य में रेयान इंटरनेशनल ग्रुप के अध्यक्ष डॉ एएफ पिंटो ने बच्चों के साथ समय बिताया तथा उन्हें शुभकामनाएं दी.