प्लास्टिक कचरा पर्यावरण के लिए सबसे बड़ी चुनौती-डॉ साबू

प्लास्टिक कचरा पर्यावरण के लिए सबसे बड़ी चुनौती-डॉ साबू
* रोटरी क्लब रेनबो द्वारा प्लास्टिक संग्रह रैली


जालना: प्लास्टिक कचरा आज भारत के सामने सबसे बड़ी पर्यावरणीय चुनौती है. मौजूदा स्थिति यह है कि हर साल लाखों टन कचरा जमा होता है. समुद्र हो, नदियां हों, पहाड़ हों या खाली खेत हों, हर जगह प्लास्टिक कचरा हमारे पर्यावरण को नुकसान पहुंचा रहा है. प्लास्टिक, जिसका आविष्कार लोगों ने दशकों पहले सुविधा के रूप में किया था, आज धीरे-धीरे पर्यावरण के लिए खतरा बन गया है. ऐसे में सभी को प्लास्टिक कचरे को कम करने और प्लास्टिक कचरे के पुनर्चक्रण के लिए रोटरी क्लब जालना रेनबो द्वारा चलाए जा रहे प्लास्टिक संग्रह की राष्ट्रीय पहल के साथ जुड़ना चाहिए.
जालना शहर में प्लास्टिक कचरे को कम करने और एकत्रित प्लास्टिक कचरे को रीसायकल करने के लिए बुधवार को रोटरी क्लब जालना रेनबो द्वारा पुराना मोंढा क्षेत्र में प्लास्टिक संग्रह जागरूकता रैली निकाली गई. इस समय डॉ सुरेश साबू के हाथों झंडी दिखाकर रैली का उद्घाटन किया गया. इस अवसर पर रोटरी क्लब जालना रेनबो के अध्यक्ष डॉ प्रशांत फलणीटकर, सचिव डॉ प्रतिभा श्रीपत, पूर्व अध्यक्ष डॉ नितीन खंडेलवाल, विवेक मणियार, जयश पहाड़े, जगदीश सांघानी, शैलेश रुणवाल, कैलाश बियाणी, पूर्व अध्यक्ष सीए स्मिता भक्कड आदि उपस्थित थे.
क्लब के अध्यक्ष डॉ प्रशांत फलणीटक ने कहा कि हम इस तरह की जन जागरूकता पैदा करके पर्यावरण को प्लास्टिक प्रदूषण से मुक्त कर सकते हैं. प्लास्टिक प्रदूषण के जोखिम को कम करने के लिए उचित पुनर्चक्रण समय की आवश्यकता है. इसी को ध्यान में रखते हुए रोटरी रेनबो ने इसके रीसाइक्लिंग पर फोकस किया है. इससे पहले भी शहरी क्षेत्रों में जन जागरूकता पैदा कर प्लास्टिक का संग्रहण किया जाता रहा है. सचिव डॉ प्रतिभा श्रीपत ने कहा कि प्लास्टिक कचरा आज पूरी दुनिया में एक बड़ी और गंभीर समस्या बन गया है. जल प्रदूषण, वायु प्रदूषण, ध्वनि प्रदूषण, प्लास्टिक कचरा जैसी समस्याओं के साथ-साथ एक बहुत ही जटिल समस्या है जिससे पूरा देश जूझ रहा है.
जागरूकता रैली के दौरान व्यापारियों से पुराने मोंढा की दुकानों में प्लास्टिक रीसाइक्लिंग के बारे में पत्र वितरित कर प्लास्टिक कचरा एकत्रित किया गया.